संभावित बाढ़ से निपटने को डीएम ने किया जिला नियंत्रण कक्ष का गठन

जिला में संभावित बाढ़ से निपटने के लिए डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने जिला नियंत्रण कक्ष का गठन किया है. नियंत्रण कक्ष का उद्देश्य इमरजेंसी सपोर्ट फंक्शन को ध्यान में रखकर किया गया है.

By Prabhat Khabar News Desk | June 20, 2024 10:52 PM

मधुबनी. जिला में संभावित बाढ़ से निपटने के लिए डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने जिला नियंत्रण कक्ष का गठन किया है. नियंत्रण कक्ष का उद्देश्य इमरजेंसी सपोर्ट फंक्शन को ध्यान में रखकर किया गया है. जिसके माध्यम से प्रभावितों को त्वरित सहायता एवं क्षति को कम करने का कार्य किया जाना है. इमरजेंसी कमांड सिस्टम के माध्यम से प्रखंड एवं अनुमंडल में स्थापित सभी बाढ़ नियंत्रण कक्ष के साथ जिला नियंत्रण कक्ष का समन्वय स्थापित रहेगा. आपदा संबंधी सभी सूचनाएं यथा चेतावनी प्रसारण, खोज एवं बचाव कार्य व सूचनाओं का आदान-प्रदान का कार्य क्षति को कम-से-कम करने के उद्देश्य से किया जायेगा. नियंत्रण कक्ष 31 अक्टूबर सक्रिय रहेगा. नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या-06276-222576 है. जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष के प्रभारी पदाधिकारी के रूप में परिमल कुमार उप निदेशक, जनसम्पर्क-सह- प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन रहेगें, साथ ही प्रभारी पदाधिकारी के सहायता में श्री आशीष कुमार, कनीय अभियंता (संविदा), बाढ़ नियंत्रण प्रमण्डल-1 झंझारपुर, उपस्थित रहेंगे. नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभारी पदाधिकारी के रूप में आपदा प्रबंधन के अपर समाहर्ता संतोष कुमार होंगे. उन्हें भी नियमित रूप से बाढ़ नियंत्रण कक्ष का निरीक्षण करते रहने का निदेश दिया गया है. ताकि सभी प्रतिनियुक्त कर्मचारी व पदाधिकारी नियमित रूप से अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकें. इस कार्य के लिए चार-चार कर्मियों के दल का गठन किया गया है. जिसमें सभी कोटि के पदाधिकारी एवं कर्मचारी शामिल हैं. जिसमें दिन के अनुसार रेंडमली कार्य अवधि निर्धारित किया गया है. जिला बाढ़ नियंत्रण कक्ष में प्रतिनियुक्त पदाधिकारी, पर्यवेक्षक, कर्मचारी एवं कार्यालय परिचारी को कार्यों का संपादन निर्धारित दिन एवं समय पर करने व जब तक नये दल के सदस्य अपने कर्तव्य पर पहुंच नहीं जाते हैं नियंत्रण कक्ष में बने रहने का निर्देश दिया गया है. ताकि नियंत्रण कक्ष किसी भी समय खाली नहीं रहे. नियंत्रण कक्ष का दायित्व होगा कि प्रत्येक दिन सभी अंचलों से प्राप्त सूचनाओं को संग्रहित कराकर प्रतिवेदन प्रभारी पदाधिकारी, जिला आपदा प्रबंधन शाखा, मधुबनी के माध्यम से अपर समाहर्ता, मधुबनी को समर्पित करेंगे. ताकि ससमय समेकित प्रतिवेदन अधोहस्ताक्षरी एवं विभाग को प्राप्त हो सके.

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