मेडिकल स्टूडेंट की हत्या के विरोध में चिकित्सकों ने काली पट्टी बांध कर किया काम
बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ द्वारा आरजी कर मेडिकल कालेज कोलकाता में पीजी छात्रा के साथ बलात्कार कर बर्बरता पूर्वक हत्या करने के विरोध में शनिवार को चिकित्सकों ने काली पट्टी लगाकर ओपीडी एवं इमरजेंसी में काम किया.
मधुबनी: बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ द्वारा आरजी कर मेडिकल कालेज कोलकाता में पीजी छात्रा के साथ बलात्कार कर बर्बरता पूर्वक हत्या करने के विरोध में शनिवार को चिकित्सकों ने काली पट्टी लगाकर ओपीडी एवं इमरजेंसी में काम किया. इस संबंध में भासा के जिला अध्यक्ष सिविल सर्जन डा. नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा कि इसके लिए आगामी रणनीति बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ की रविवार को होने वाली बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ की कोर कमेटी के बैठक के बाद तय होगा. शनिवार को ओपीडी सेवा सामान्य दिनों की भांति चला. इस अवसर पर सिविल सर्जन ने कहा कि बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ आर. जी कर मेडिकल कालेज में पीजी की छात्रा के साथ बलात्कार कर निर्ममता पूर्वक हत्या की घोर निंदा करता है. बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ रेजीडेंट एसोसिएशन के आंदोलन का नैतिक समर्थन करता है. बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ पश्चिम बंगाल सरकार से घटना में संलिप्त अपराधियों को कठोर से कठोर सजा देने व इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो इसकी व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग करता है. बिहार स्वास्थ्य सेवा संघ बिहार सरकार से चिकित्सक एवं स्वास्थ्य कर्मियों की सुरक्षा के लिए मेडिकल प्रोटेक्शन एक्ट को अविलंब प्रभावी बनाया जाने की मांग करता है. उन्होंने कहा कि प्राय: चिकित्सकों के कार्यस्थल पर हमला आम बात हो गई है. इतना ही नहीं कनीय पदाधिकारियों एवं लोकल नेताओं द्वारा अस्पताल के निरीक्षण के नाम पर चिकित्सकों के साथ अभद्र व्यवहार करने की घटना बढ़ता ही जा रहा है. चिकित्सकों के कार्यस्थल पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध सुनिश्चित किया जाए. इस अवसर पर डा. कुणाल कौशल, डा. रामनिवास सिंह, डा. विनय कुमार, डा. आरके पाठक सहित कई चिकित्सा पदाधिकारी उपस्थित थे.
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