रक्तदान व उत्कृष्ट कार्य के लिए सम्मानित हुए डॉ. कुणाल

रक्तदान करने, रक्तदान के लिए लोगों को प्रेरित करने एवं रक्तदान कैंप के आयोजन जैसे उत्कृष्ट कार्यों के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के सभागार में गुरुवार को ब्लड बैंक प्रभारी डा. कुणाल कौशल को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सम्मानित किया.

By Prabhat Khabar News Desk | June 14, 2024 9:24 PM

मधुबनी. रक्तदान करने, रक्तदान के लिए लोगों को प्रेरित करने एवं रक्तदान कैंप के आयोजन जैसे उत्कृष्ट कार्यों के लिए राज्य स्वास्थ्य समिति के सभागार में गुरुवार को ब्लड बैंक प्रभारी डा. कुणाल कौशल को स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने सम्मानित किया. यह जानकारी देते हुए डॉ. कुणाल ने कहा कि वर्ष में चार बार ब्लड डोनेट करने वाले राज्य के 3 एमओआईसी का चयन किया गया था. इसमें मुझे भी शामिल किया गया. वहीं थैलेसीमिया मरीज को रक्त देने में जिला राज्य में आठवें पायदान पर रहा. वर्ष 2023- 24 में 517 थैलेसीमिया मरीजों को नि:शुल्क रक्त उपलब्ध कराया गया. इसके अलावे ब्लड कैंप आयोजन में जिले का स्थान राज्य में पांचवा रहा. जिले में वित्तीय वर्ष 2023-2024 में 15 कैंप का आयोजन किया गया. इसमें 1589 यूनिट रक्त संग्रह किया गया. ब्लड बैंक प्रभारी डॉ. कुणाल कौशल ने कहा कि ब्लड डोनेट करने से सेहत को कोई नुकसान नहीं बल्कि फायदा होता है. इससे किसी व्यक्ति का जीवन बच सकता है. कोई भी स्वस्थ व्यक्ति साल में चार बार ब्लड डोनेट कर सकता है. इसके लिए रक्तदाता का हीमोग्लोबिन कम से कम 12.5 होना चाहिए. रक्तदान करना स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है. रक्तदान करने के बाद शरीर में नये रक्त का निर्माण होता है. इससे शरीर की कोशिकाओं को मजबूती मिलती है. रक्तदान करने वाले लोगों का ध्यान रखना होगा कि वे स्वस्थ्य रहें.

मिथक को तोड़ बेफिक्र होकर करें रक्तदान

सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसारिया ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि युवाओं को रक्तदान में ज्यादा से ज्यादा संख्या में हिस्सा लेना चाहिए. रक्तदान महादान की श्रेणी में आता है. रक्तदान करने से जरूरतमंदों की मदद होती है. इसके साथ ही रक्तदाता कार्ड प्राप्त करने से भविष्य में अपने या परिवार के लिए भी जरूरत पड़ने पर आसानी से रक्त प्राप्त कर सकते हैं. उन्होंने कहा कि रक्तदान से कमजोरी आती है. इस मिथक को तोड़ कर बेफिक्र होकर रक्तदान करें. क्योंकि रक्तदान से रक्तदाता को स्वास्थ्य लाभ मिलता है. उन्होंने कहा कि जिले में थैलेसीमिया के 60 मरीज हैं. जिन्हे हर माह ब्लड बैंक से निःशुल्क रक्त उपलब्ध कराया जाता है. साथ ही अन्य मरीजों को भी रक्त उपलब्ध कराया जाता है.

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