बढ़ती मंहगाई की मार: अब लोगों को रुला रहा प्याज
अब प्याज की बढ़ी कीमत गृहणियों के कीचन के बजट के साथ स्वादिष्ट व्यंजन को भी कसैला बना दिया है.
मधुबनी . आमलोगों को कभी टमाटर आंखें दिखाता है तो कभी हरी मिर्च के तीखापन से दो चार होना पड़ता है. अब प्याज की बढ़ती कीमतें लोगों को आंखों में आंसू दे रहा है. नॉनवेज खाने वालों को प्याज की बढ़ती कीमत ने लजीज व्यंजन का स्वाद के लिए अधिक कीमत देनी होगी. वहीं पिछले दिनों खाद्य तेलों की कीमतों में हुई वृद्धि हुई है. अब प्याज की बढ़ी कीमत गृहणियों के कीचन के बजट के साथ स्वादिष्ट व्यंजन को भी कसैला बना दिया है. आपूर्ति से अधिक खपत होने के कारण अब लोगों को रुलाने लगी है प्याज. पिछले एक पखवाड़ा पूर्व 40-45 रुपए प्रति किलोग्राम बिकने बाला प्याज वर्तमान में 60- 65 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. इसके कारण मंडी में व्यापारियों की बिक्री भी प्रभावित हुई है. गिलेशन बाजार के आलू प्याज के थोक विक्रेता भरत साह ने कहा कि पहले प्रतिदिन 30-35 टन प्याज की खपत होती थी. वह अब घटकर 15-20 टन रह गया है. उन्होंने कहा कि प्याज की कीमतों की वृद्धि में सरकार द्वारा प्याज का निर्यात किया जाना है. उन्होंने कहा कि नासिक और इंदौर की मंडी में प्याज आता है. जहां 4500 रुपए क्विंटल किसानों से प्याज खरीदना पड़ रहा है.उन्होंने कहा कि जब तक प्याज का निर्यात बंद नहीं होगा तब तक प्याज की कीमत पर अंकुश नहीं लगेगा. उन्होंने कहा कि थोक विक्रेताओं द्वारा 5500 से 5600 रुपये प्रति क्विंटल प्याज की बिक्री की जा रही है. इसके अलावा हरी सब्जियों के दामों में काफी बढ़ोतरी हुई है. जिससे आम लोग परेशान हैं. हरी सब्जियों की कीमत में हुई बढ़ोत्तरी हरी सब्जियों के दामों में पिछले एक सप्ताह से काफी वृद्धि हुई है. 80-100 रुपए प्रति किलो बिकने वाला गोभी 150-160 रुपए प्रति किलो बिकने लगा है. यही हाल बैंगन का भी है 30-35 रुपये प्रति किलो बिकने बाला बैंगन 50 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. 15-20 रुपए प्रति किलो बिकने वाला भिंडी 40 रुपये प्रति किलो बिक रहा है. 40-50 रुपए प्रति किलो बिकने वाला करेला 80 रुपए प्रति किलो, 80 रुपए प्रति किलो बिकने वाला शिमला मिर्च 120 रुपए प्रति किलो बिक रहा है. वहीं लौकी 40-50 रुपये प्रति पीस बिक रहा है. अहम बात यह है कि आलू भी 30 रुपए प्रति किलो के दाम पर लगभग 1 महीने से स्थिर है. हरी सब्जियों के विक्रेता अशोक साह ने कहा कि बारिश के कारण हरी सब्जियों के पौधे गल जाने के कारण कीमतों में वृद्धि हुई है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है