Madhubani News. मधुबनी . समाहरणालय स्थित कुछ शाखाओं में ई-ऑफिस का कार्य प्रारंभ किया जा चुका है. अगले 15 दिनों में शेष बचे शाखाओं में भी ऑफिस आरंभ कर दिया जाएगा. डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने ई-ऑफिस के कार्यों की समीक्षा के क्रम में ई-ऑफिस के कार्य करने के फायदे के संबंध में सभी उपस्थित पदाधिकारी को जानकारी दी. डीएम ने सभी पदाधिकारी को निर्देश दिया कि जिन शाखाओं में ई-ऑफिस प्रारंभ हो चुका है वहां से प्रभारी पदाधिकारी प्रतिदिन कम से कम दो संचिकाओं को ई-ऑफिस के माध्यम से उपस्थापित करें. जिन पदाधिकारी,कर्मियों के पास अपना सिस्टम, लैपटॉप होगा उन्हें अपने सिस्टम या लैपटॉप से ई-ऑफिस का कार्य संपादन करने के लिए इंसेंटिव के रुप में सप्ताह में एक दिन अपने घर से ई-आफिस के कार्य करने की छूट भी दी जा सकती है. जिन-जिन शाखाओं में ऑफिस का यूजर आईडी नहीं बना है उन सभी शाखाओं के लिए ई-ऑफिस के कार्य प्रारंभ करने के लिए यूजर आईडी और पासवर्ड बनाने के लिए जिला सूचना पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है. जिला सूचना पदाधिकारी मधुबनी को यह भी निर्देश दिया गया कि प्राथमिकता के आधार पर जिला परिवहन पदाधिकारी, सिविल सर्जन कार्यालय, जिला शिक्षा पदाधिकारी, अधीक्षक मद्य- निषेध कार्यालय,खनिज विकास पदाधिकारी कार्यालय, जिला मत्स्य पदाधिकारी कार्यालय एवं समाहरणालय के अन्य शाखाओं के ऑफिस का यूजर आईडी तथा पासवर्ड बनाते हुए उन्हें प्रशिक्षण देना सुनिश्चित करेंगे. डीएम ने कहा कि जिला न्यायालय एवं जिला नजारत शाखा को ई-ऑफिस के तहत आच्छादित करने के लिए जिला सूचना विज्ञान पदाधिकारी को अन्य जिला या वित्त विभाग से समन्वय स्थापित कर उचित कार्रवाई करेंगे. समीक्षा के दौरान पाया गया की कतिपय पदाधिकारी के स्तर पर पूर्व के बैठक में दिए गए निर्देश का अनुपालन की स्थिति में सुधार हुआ है. पर और सुधार की आवश्यकता है. डीएम ने सभी पदाधिकारी को निर्देश दिया कि पूर्व के सोमवारी बैठक में दिए गए निर्देशों का सावधानी पूर्वक अनुश्रवण करते हुए ससमय अनुपालन करना सुनिश्चित करेंगे . क्या है ई-ऑफिस सरकारी कार्यालय में पूर्व से चली आ रही फाइल पद्धति को डीजलाइज्ड रूप से तैयार करने की प्रक्रिया को ई-ऑफिस का नाम दिया गया है. इसमें कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर के माध्यम से संचिका खोली जाती है. फाइल के पत्रों, नोटिंग आदि को इलेक्ट्रोनिक माध्यम से डिजिटाइज कर तैयार किया जाता है. फिर उसे प्रभारी पदाधिकारी के डिजिटल सिग्नेचर के माध्यम से डीएम के पास स्वीकृति के लिए भेजा जाता है. इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से फिर डीएम स्तर से नीचे तक के अधिकारियों तक संचिका भेजी जाती है. मिली जानकारी के अनुसार डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने अबतक 140 ई-आफिस के माध्यम से फाइलों का निस्तारण किया है. इनमें स्थापना कार्यालय, निर्वाचन कार्यालय, पंचायत कार्यालय,विधि शाखा कार्यालय,आपदा कार्यालय, सामान्य शाखा, आपूर्ति शाखा, नजारत, कल्याण शाखा शामिल है.
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