झंझारपुर. महरैल रेलवे स्टेशन के समीप रेलवे के अतिक्रमण अभियान से बेघर हुए लोगों ने शनिवार की सुबह मुख्य सड़क को जाम कर दिया. झंझारपुर-अंधराठाढ़ी मुख्य पथ को रेलवे स्टेशन के समीप बांस बल्ला लगाकर जाम कर दिया. टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन कर रहे बेघर हुए लोगो ने कहा कि करीब तीन पीढ़ियां से रेलवे की जमीन में घर बनाकर बसे हुए थे. शुक्रवार को रेलवे द्वारा उनके घर को गिरा दिया गया. बेघर हुए लोगों का कहना था कि उनके सर से छत हट गया. आशियाना टूट गया. कहां रहे बच्चे और गर्भवती औरत. लोगों का बुरा हाल था. कई लोग जख्मी भी हुए थे. गरीब लोगों की बेवशी को देखकर अगल-बगल के लोगों का दिल भी दहल रहा था. सूचना पर रुद्रपुर थानाध्यक्ष आयशा कुमारी एवं अंधराठाढ़ी सीओ प्रियदर्शनी पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंची. भीड़ को तत्काल मार्केट शेड में तत्काल एक सप्ताह रहने को कहा गया. तब जाकर लोग माने व सड़क सुचारु रूप से शुरु हुआ. बेघर हुए लोगों में शंभु चौपाल, मनोज चौपाल, रघु चौपाल, शिवजी चौपाल, गणेश चौपाल, छोटू चौपाल, मानिक चंद चौपाल, संतोष चौपाल, फागुनी चौपाल, अशोक चौपाल, सोनू चौपाल, कपाली चौपाल, नुनु चौपाल, देवकलिया देवी, सुजान देवी, मकुलिया देवी, वगेश्वर देवी, त्रिवेणी देवी, धुरनी देवी ने बताया कि वह चार पीढ़ियां से रह रहे हैं. रेलवे प्रशासन ने पांच मिनट का भी मौका नहीं दिया. बुलडोजर से घर को ध्वस्त कर दिया. सीओ प्रियदर्शनी ने कहा कि 7 दिनों के अंदर बेघर लोगों को जमीन का पर्चा दिया जाएगा. ताकि बेघर हुए लोग नए घर में रह सकें. सीओ ने बताया कि आज तक इन लोगों ने कभी कोई आवेदन नहीं दिया था.
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