झंझारपुर. अनुमंडल में प्रसव के दौरान नवजात की मौत के बाद परिजनों ने अस्पताल कर्मी पर लापरवाही का आरोप लगाकर जमकर बबाल काटा. जानकारी के अनुसार बुधवार को नगर परिषद क्षेत्र के मदरसा चौक निवासी मो. रिजवान की 20 वर्षीय पत्नी रवीना को अनुमंडलीय अस्पताल में प्रसव कार्य के लिए भर्ती कराया गया. प्रसव के क्रम में नवजात की मौत हो गई. उसके बाद आक्रोशित परिजनों के द्वारा हंगामा किया गया. साथ ही उनके द्वारा 112 नंबर पर कॉल कर पुलिस को भी बुलाया गया. आक्रोशित परिजन का आरोप था कि इलाज के दौरान प्रसव कक्ष में मौजूद कर्मियों की लापरवाही के कारण बच्चे की मौत हुई है. मो. रिजवान एवं अन्य लोगों का कहना था कि मंगलवार की शाम दर्द होने पर प्रसूति को यहां के प्रसव कक्ष में भर्ती कराया था. उसे एक सूई देकर अभी बच्चा नहीं होगा कल लाने को कह कर वापस घर भेज दिया गया था. बुधवार को स्वजनों के द्वारा प्रसूति महिला को लाकर अस्पताल में भर्ती किया गया. परिजन ने कहा है कि नवजात प्रसव के बाद भी जिंदा था. वहीं मौके पर मौजूद चिकित्सक डा. सतीश कुमार का कहना है कि बच्चे की मौत गर्भ में ही हो चुकी थी. स्टील बर्थ प्रसव हुआ है. जानकारी के अनुसार प्रसव काल के समय प्रसव कक्ष में एक जीएनएम के अलावे दो ममता उपस्थित थी. इस मामले में अस्पताल के डीएस डा. रमण पासवान का कहना है कि अगर प्रसव कक्ष में किसी स्वास्थ्य कर्मी की लापरवाही के कारण नवजात की मौत हुई है तो जांच कर कार्रवाई की जाएगी. पीड़ित पक्ष से लिखित आवेदन देने को कहा गया है.
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