बेनीपट्टी में गेंहू की फसल में लगी आग, भारी नुकसान

गेहूं के खेतों में आग लगने से सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई.

By Prabhat Khabar News Desk | April 3, 2024 8:58 PM

बेनीपट्टी. स्थानीय अंचल के विभिन्न भू-भागों में बुधवार को गेहूं के खेतों में आग लगने से सैकड़ों एकड़ में लगी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई. जिससे किसानों को भारी क्षति हुई है. गेहूं के खेतों में बिजली की शॉट-सर्किट एवं लोगों के द्वारा जलती बीड़ी-सिगरेट के फेंक देने से आग लगने की आशंका व्यक्त की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार अंचल के शिवनगर स्थित आइटीआइ कॉलेज के समीप के गेहूं के खेतों में आग लग गई. बताया जा रहा है कि इससे करीब 8 किलोमीटर की दूरी में खेतों में लगी गेहूं की फसल जलकर राख हो गई. आग लगने का पता चलते ही स्थानीय लोगों के द्वारा इसकी सूचना बेनीपट्टी अग्निशमन केंद्र को दी. जहां से मौके पर पहुंची अग्निशामक वाहनों ने गेहूं की खेतों में लगी आग पर काबू पाया. तब तक कई खेतों में लगी गेहूं की फसल जलकर राख बन चुकी थी. हालांकि अग्निशामक गाड़ी के द्वारा आग पर काबू पा लिये जाने के कारण अन्य खेतों में लगी गेहूं की फसल को आग की चपेट में आने से बचा लिया गया. वहीं दूसरी ओर समदा गांव के चौर में गेहूं के खेतों में आग लगने के कारण गेहूं की फसल जलकर नष्ट हो गई. बताया जा रहा है कि गेहूं खेतों में आग लगने से समदा गांव के अजय यादव के करीब 10 कट्ठा में लगी गेंहू की फसल के अलावे अन्य किसानों की गेहूं की फसल भी जलकर नष्ट हो गई. इसकी सूचना मिलने पर बेनीपट्टी अग्निशमन केंद्र से अग्निशामक गाड़ी आग को बुझाने के लिये चली लेकिन अगलगी स्थल तक पहुंचने के लिये सड़क नहीं होने के कारण बिना आग बुझाये ही अग्निशामक वाहन को वापस लौटना पड़ा. स्थानीय लोगों के अथक प्रयास से आग को बुझाया जा सका. खेतों में गेहूं की फसल जलने के बाद संबंधित किसानों में मायूसी छा गयी. कई किसानों ने बताया कि वे लोग कर्ज लेकर खेती करते हैं. खेती के लिये मूल किसानों को सरकार की ओर से किसी प्रकार की सरकारी मदद नहीं मिल पाती है और सरकारी स्तर प सिंचाई संसाधनों व खाद-बीज का लाभ भी नहीं मिल पाता है. इसके बावजूद कर्ज लेकर की गई खेती पर भी प्राकृतिक आपदा-विपदा किसानों के हौसले पस्त कर देती है.

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