Madhubani News. मधेपुर के सात पंचायत में बाढ़ की स्थिति भयावह

नेपाल में लगातार हो रहे बारिश के कारण कोसी बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. रविवार को करीब 3 लाख 45 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया.

By Prabhat Khabar News Desk | September 29, 2024 10:21 PM

Madhubani News. मधुबनी. नेपाल के जल अधिग्रहण क्षेत्र में लगातार हो रहे बारिश के कारण कोसी बैराज से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है. जिला प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को करीब 3 लाख 45 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया. जिससे जिला में बाढ़ की स्थिति गंभीर हो गयी है. सबसे अधिक प्रभाव मधेपुर में दिख रहा है. जहां करीब दर्जन भर पंचायतों में बाढ़ भयावह रुप ले चुका है. लोगों के घरों में पानी प्रवेश कर रहा है. तीन से चार फुट तक पानी घरों में है. कई स्कूलों में पानी प्रवेश कर गया है. अंचल प्रशासन ने बताया है कि स्थित पूरी तरह नियंत्रण में है. लगातार नजर रखी जा रही है. बाढ से बचाव के लिये टीम पूरी तरह तत्पर है. एसडीआरएफ की टीम भी तैनात कर दिया गया है. खुद डीएम भी क्षेत्र में जाकर बाढ़ राहत कार्य का जायजा ले रहे हैं. कोसी, कमला सहित विभिन्न नदियों के जलस्तर में उतार चढ़ाव जारी है. कमला नदी अब भी खतरे निशान से उपर बह रही है. हालांकि भूतही बलान नदी के जलस्तर में रविवार को कमी देखी गयी है. नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी होने से लोगों में दहशत का माहौल व्याप्त है. सात पंचायत की आबादी बाढ़ से प्रभावित मधेपुर प्रखंड के कोसी दोनों तटबंध के बीच बसे सात पंचायत की आबादी बाढ़ के पानी से घिर गया है. जानकारी के अनुसार बाढ़ का पानी गढ़गांव, महपतिया, भरगामा, बकुआ दुआलख, आदि पंचायत के दर्जनों गांवों में प्रवेश कर गया है. इन गांव के सैकड़ों परिवार के घर आंगन में बाढ़ का पानी घुस गया है. खासकर गढ़गांव पंचायत के गढ़गांव, भवानीपुर, बक्सा सहित अन्य कई गांव के लोगो के घर में तीन से चार फुट तक पानी है. इसी प्रकार बसीपट्टी, भरगामा, बकुआ पंचायत में भी बाढ़ का पानी पूरी तरह प्रवेश कर गया है. यहां के लोग घरों को छोड़ कर उंचे स्थान पर जा रह हैं. आपदा विभाग द्वारा बनाये गये बाढ़ राहत कैंप में लोग जा रहे है. प्रशासन पूरी तरह लोगो के बीच बाढ़ राहत कार्य में जुट गयी है. एसडीआरएफ की टीम लगातार नदियों में गश्त लगा रही है. हालांकि इन गांव के सैकड़ों परिवार के लोग माल मवेशी के साथ बाढ़ में फसे हुए है. तो इन गांव के सैकड़ों परिवार माल मवेशी को लेकर ऊंचे स्थली, सड़कों , विद्यालयों सहित अन्य ऊंचे स्थली पर शरण ले रखा है. बताया जा रहा है कि नाव के अभाव में लोग अपने घरों से निकल नही पा रहे है. इन गांव में दो दर्जन से अधिक मवेशी के बाढ़ के पानी में बह जाने की सूचना है. बाढ़ प्रभावित गांव के लोगों में त्राहिमाम मचा हुआ है. एस डी आर एफ की दो टीम कल से ही बाढ़ प्रभावित परिवारों को सुरक्षित जगहों पर पहुंचा रही है. जिला पदाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा रविवार को बसीपट्टी गांव पहुंचकर बाढ़ का जायजा लिया. उन्होंने कहा कि इस बाढ़ जैसी आपदा में सबसे पहले बाढ़ में फंसे लोगो को सुरक्षित स्थल पर लाना उनकी पहली प्राथमिकता है. कहा कि बाढ़ प्रभावित गांव में 30 नाव चल रही है. एस डी आर एफ की तो टीम मोटर बोट के सहारे लोगो का रेस्क्यू कर रही है शरण स्थली पर तीन कम्यूनिटी किचेन खोल दिया गया है. गांव के सुरक्षा बांध पर लाइट लगाने का निर्देश स्थानीय प्रशासन को दिया गया है. इसके अलाव अन्य शरण स्थली पर कम्यूनिटी किचेन खोलने का निर्देश दिया जा रहा है. उन्होंने बाढ़ में फंसे लोगो को शरण स्थली पर आने का आग्रह किया.

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