Madhubani News. मेंहथ नवटोलिया गांव में बाढ़ का पानी लोगों के घर में घुसा
कमला नदी उफानई हुई है. भैरवस्थान के मेंहथ पंचायत के नवटोलिया गांव में बाढ़ का पानी रविवार की सुबह में घुस गया.
Madhubani News. झंझारपुर. कमला नदी उफानई हुई है. जिस कारण बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गया है. भैरवस्थान थाना क्षेत्र के मेंहथ पंचायत के नवटोलिया गांव में बाढ़ का पानी रविवार की सुबह में घुस गया. गांव के लोग अपने अपने घर में फंसे हुए हैं. गांव का एकमात्र सड़क पर बाढ़ के पानी का तेज धारा बह रहा. सीओ प्रशांत कुमार झा एनएच 27 से नवटोलिया गांव जाने वाली सड़क का मुआयना भी किये. साथ ही गांव में तत्काल एक नाव की व्यवस्था करवाई है. साथ ही राजस्व कर्मचारी को आवश्यक निर्देश दिये गये हैं. 24 घंटे गांव पर नजर बनाये रखने का आदेश दिया है. सीओ ने कहा कि गांव के लोग पूरी तरह सुरक्षित हैं. ग्रामीण से वार्ता करने में लगे हुए हैं. जरूरत पड़ने पर रेस्क्यू कर ग्रामीण को उंचे स्थल पर व्यवस्था कराई जाएगी. मालूम हो कि मेंहथ नवटोलिया गांव के आंगन तक कमला नदी के बाढ़ का पानी भर गया है. यहां करीब 60 से 70 परिवार रहते हैं. कमला तटबंध के अंदर में बसे इस गांव में कमला नदी में ज्यादा पानी आते ही बाढ़ सा नजारा बन जाता है. बाढ़ का पानी कमला नदी के पूर्वी और पश्चिमी तटबंध के एक छोड़ से दुसरे छोड़ तक चला गया है. रविवार को कमला का जलस्तर खतरे के निशान से 2 मीटर से भी चला गया. और बढना जारी है. शाम चार बजे 52.18 पर था. सुबह नौ बजे 52 मीटर उपर था. कार्यपालक अभियंता ने कहा कि जलस्तर बढ़ते ही फ्लड कंट्रोल और स्थानीय प्रशासन हाई अलर्ट मोड में है. लगातार तटबंध की सुरक्षा को लेकर पेट्रोलिंग की जा रही है. जगह-जगह पर जीओ बैग में सफेद बालू भरकर रेनकट को भरा भी जा रहा है. वहीं बालू भरे बैग का स्टाक भी किया जा रहा है. झंझारपुर के पुराने रेल सह सड़क पुल मापी केंद्र पर 50 मीटर पर खतरे का लाल निशान अंकित है. विदित हो कि कमला नदी में एक साथ इतना पानी 2019 में आयी थी. जिस समय खतरा निशान से चार मीटर उपर बहने लगी थी. 13 जुलाई को भी नरूआर गांव के समीप सहित तीन जगहों पर तटबंध में कटाव हुआ था.जिसमें भारी पैमाने पर जानमाल का नुकसान भी हुआ था. जिसमें स्टील सीट पाईलिंग के माध्यम व तटबंध को उंचीकरण, सुदृढ़ीकरण एवं कालीकरण कर मजबूती प्रदान की गई है. हालांकि नगर परिषद क्षेत्र के अदलपुर गांव स्थित तटबंध डेंजर जोन में है. यहां नदी की धारा बदलती है. जिस कारण तटबंध पर दबाव बना रहता है. एसडीएम कुमार गौरव ने कहा कि कमला नदी के तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है. लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है. ऐतिहात के तौर पर प्रशासन पूरी तैयारी कर रखी है. अनुमंडल प्रशासन चौकस भी है. बाढ़ नियंत्रण विभाग के अधिकारी से लगातार संपर्क में भी हैं.
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