उड़नदस्ता टीम ने क्षतिग्रस्त पुल का लिया जायजा

तिसियाही खनुआटोल में उमगांव से बेनीपट्टी जाने वाली मुख्य सड़क में क्षतिग्रस्त पुल का गुरुवार को पटना से पहुंची पथ निर्माण विभाग के उड़नदस्ता टीम ने जायजा लिया.

By Prabhat Khabar News Desk | August 8, 2024 9:01 PM
an image

बेनीपट्टी. प्रखंड के त्योथ पंचायत अंतर्गत तिसियाही खनुआटोल में उमगांव से बेनीपट्टी जाने वाली मुख्य सड़क में क्षतिग्रस्त पुल का गुरुवार को पटना से पहुंची पथ निर्माण विभाग के उड़नदस्ता टीम ने जायजा लिया. इस दौरान पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता उड़नदस्ता मो. जियाउद्दीन के नेतृत्व में पहुंची अधिकारियों की टीम ने पुल का क्षतिग्रस्त हुए दोनों गार्डर, पुल के पूर्वी भाग में क्रेक हुए स्लैब बीम और धंसे हुए भाग का अवलोकन किया. अधिकारियों की टीम ने क्षतिग्रस्त हुए भाग की मापी कर तस्वीर व वीडियो के तौर पर सैंपल संग्रह किये. इस दौरान कार्यपालक अभियंता ने बताया कि विभागीय निर्देश के आलोक में पुल के क्षतिग्रस्त भाग का अवलोकन किया. क्षतिग्रस्त होने के सभी संभावित कारणों पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि इस पुल का निर्माण आरडब्ल्यूडी विभाग के द्वारा बनाया गया था. समेकित जांच रिपोर्ट विभाग को सौंपा जायेगा. जांच रिपोर्ट में नये सिरे से सुपर स्ट्रक्चर बनाकर गुणवत्तापूर्ण उच्च स्तरीय पुल निर्माण कराये जाने का प्रस्ताव भी भेजा जायेगा. विभागीय स्वीकृति मिलने के उपरांत नये सिरे से पुल का निर्माण कराया जायेगा. बताते चलें कि बीते 13 जुलाई को पुल के स्लैब बीम क्रेक होने और पुल धंसने का मामला सामने आते ही प्रशासन द्वारा पुल के दोनों छोड़ पर बांस बल्ले से बैरियर लगाकर वाहनों के आवाजाही पर रोक लगा दिया गया था. इसके अगले दिन पथ निर्माण विभाग के अधिकारियों द्वारा क्षतिग्रस्त पुल का जायजा लेकर पुल के दोनों छोड़ पर लोहे के रड से बैरियर लगाकर आवाजाही पर पूर्णतः रोक लगवा दिया गया था. बीते 17 जुलाई की देर शाम अंधेरे में दो बाइक सवार की भी मौत क्षतिग्रस्त हुए पुल के दक्षिणी छोड़ पर लगाये गये लोहे के बैरियर से टकराने की वजह से हो गई थी. घटना के बाद अधिकारियों ने लोहे के लगे बैरियर पर रेडियम का छोटा स्टीकर लगवाने का काम किया. इसके बाद बीते 21 जुलाई को क्षतिग्रस्त पुल से सटे पूरब में खनुआ नामक नदी के बीचोबीच डायवर्सन बनाकर तात्कालिक तौर पर आवागमन चालू कराया जा सका. ज्ञातव्य हो कि पुल का निर्माण वर्ष 2004 में तकरीबन 3.7 लाख रुपये की लागत से 90 मीटर लंबाई और 18 मीटर चौड़ाई के आकार में हुआ था. जो 10 वर्षों में ही क्षतिग्रस्त हो गया.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

Exit mobile version