मधुबनी. जिले डेंगू मरीज के चिन्हित होने के बाद जिला स्वास्थ्य महकमा अलर्ट मोड में आ गया है. इसके बाद बुधवार को बासोपट्टी के दामू निवासी रामबाबू ठाकुर, कलुआही के डोकहर निवासी नवीन कुमार एवं गुरुवार को लदनियां के धंजइया निवासी नीतीश कुमार के घर के 500 मीटर की परिधि में टेक्निकल मालाथियोन से फॉगिंग एवं लार्विसाइडल का छिड़काव किया गया. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डा. दया शंकर सिंह ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट्स डेढ़ लाख के लगभग होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि केटीएस वीबीडीएस, बीएचडब्ल्यू एवं बीएचआई द्वारा अपने-अपने आवंटित क्षेत्र में लोगों को डेंगू से संबंधित रोगों के कारण एवं उससे बचने के उपाय का प्रचार प्रसार किया जा रहा है. संदिग्ध मरीजों को जांच के लिए नजदीक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों में भेजा जा रहा है. पॉजिटिव मरीज पाए जाने पर मरीज का नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है. पॉजिटिव मरीज के गांव में उनके घर से 500 मीटर रेडियस में टेक्निकल मालाथियोन द्वारा फागिंग कराया जा रहा है. इसके साथ ही लार्विसाइडल टेमीफास का छिड़काव किया जा रहा है. डेंगू एवं चिकनगुनिया के रोग, कारण, उपचार एवं सावधानियों के बारे में जानकारी के लिए जिले के 50 सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया है. उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के डेंगू मरीजों के घर के 500 मीटर की परिधि में टेक्निकल मालाथियोन से फॉगिंग कराया जा रहा है. इसके अलावे स्वास्थ्य विभाग द्वारा जल जमाव एवं गंदगी वाले क्षेत्रों मे एंटी लार्विसाइडल टेमीफास का छिड़काव कराया जा रहा है. यह अभियान ठंड के मौसम आने तक चलता रहेगा.
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