Madhubani News. मधुबनी. मौसम के बदले तेवर की असर से रविवार को कुहासा छाये रहने कारण रविवार का दिन काफी ठंड रहा. ठंड बढ़ने से लोगों की परेशानी बढ़ने लगी है. वहीं ट्रेन के रफ्तार पर भी ब्रेक लगा दी. इसी क्रम में आनंद विहार जयनगर गरीब रथ एक्सप्रेस रविवार को तय समय दोपहर 12 : 30 बजे से 7 घंटे विलंब से चलकर शाम 7 बजे पहुंची. मौसम वेधशाला पूसा से मिली जानकारी के अनुसार अगले दो-तीन दिनों तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है. पुरबा हवा चलने के कारण वायुमंडल में अत्यधिक नमी व अनुकूल मौसम सिस्टम के प्रभाव से 9 एवं 10 दिसंबर के आसपास आसमान में हल्के से मध्यम दर्जे का बादल छाया रहेगा. इसके प्रभाव से हल्की बूंदा-बांदी व वर्षा हो सकती है. इस दौरान अधिकतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस जो सामान्य से 0.4 डिग्री सेल्सियस कम व न्यूनतम तापमान 8.3 डिग्री सेल्सियस जो सामान्य से 3.8 डिग्री सेल्सियस कम रहेगा. इस दौरान 3 से 7 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से अगले दो दिनों तक पछिया हवा व उसके बाद पुरबा हवा चलने की संभावना है. कोहरे से बचने के लिए क्या करना चाहिए ठंड का मौसम अब पूरी तरह से शुरू हो गया है. आने वाले दिनों में कोहरा भी बढ़ेगा, इससे सड़कों पर सुरक्षित आवागमन में परेशानी होगी. कोहरे से दृश्यता कम होने से हर रोज दर्जनों हादसे होते हैं. ऐसे में धुंध और कोहरे के मौसम में सुरक्षित ड्राइव करना बेहद जरूरी है. इससे आप न केवल सड़क हादसे कम कर सकते हैं बल्कि ऐसा कर लोगों का जीवन भी बचाया जा सकता है. कई ऐसी छोटे-छोटे उपकरण हैं जो कोहरे के दौरान बेहद मददगार साबित हो सकते हैं. कुछ लोग लापरवाही बरतते हैं और इन्हें अनदेखा कर देते हैं. जिसका नतीजा बहुत गंभीर होता है. फॉग लाइट कोहरे के दौरान दोपहिया वाहनों के साथ ही सभी बड़े वाहनों के लिए फॉग लाइट एक जरूरी उपकरण है. यह लाइट वाहन के सामने हेडलाइट के साथ लगाई जाती है. इसकी रंगीन लाइट कोहरे को चीरकर वाहन चालक को रास्ता देखने योग्य बना देती है. अगर फॉग लाइट लगी हो तो कोहरे के दौरान भी दूर से ही पता चल सकता है कि सामने से कोई वाहन आ रहा है. यातायात पुलिस की मानें तो कोहरे के दौरान ज्यादातर हादसे आमने-सामने की टक्कर से होते हैं. इनमें नुकसान भी सबसे ज्यादा होता है. फॉग लाइट से इन हादसों से बचा जा सकता है. बाजार में फॉग लाइट की कीमत दोपहिया वाहनों के लिए 250 से 500 रुपये और अन्य वाहनों के लिए 750 से दो हजार रुपये तक है. बीम लाइट कुछ समय पहले तक बीम लाइट डिस्को या किसी समारोह स्थलों पर प्रयोग होती थीं. बीम लाइट की खासियत इसका लंबा फोकस है. जिसे दूर से ही देखा जा सकता है. अब बीम लाइट को थोड़ा छोटा कर वाहनों पर भी प्रयोग किया जा रहा है. वाहनों पर इसे हेड लाइट पर लगाने के अलावे कुछ लोग छत पर भी लगाते हैं. यह कोहरे के दौरान वाहनों को दूर से ही नजर आने योग्य बनाती है. कार के लिए इनकी कीमत ढाई हजार रुपये से सात हजार रुपये तक है. रेडियम स्टीकर्स कोहरे के दौरान रेडियम स्टीकर्स हादसे रोकने में अहम भूमिका निभाता है. बेहद कम कीमत में मिलने वाले ये स्टीकर्स बहुत काम के होते हैं. इन्हें वाहनों पर चारों तरफ चिपकाया जा सकता है. इनकी खासियत है अंधेरे में लाइट पड़ते ही चमक उठना. पुलिस व यातायात के लिए काम करने वाली संस्थाएं कोहरे के दौरान रेडियम स्टीकर्स निशुल्क बांटती हैं. रात में पैदल या साइकिल पर चलने वाले लोगों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है. लोग इन्हें अपनी जैकेट के पीछे चिपका सकते हैं. रात में पीछे से आ रहे वाहनों को दूर से ही पता चल जाता है कि सामने कोई जा रहा है. बाजार में ये 100 से 500 रुपये तक में उपलब्ध हैं. डे-टाइमर नग लाइट्स डे-टाइमर नग लाइट्स दो पहिया वाहनों के साथ ही कारों में आगे-पीछे लगाए जा सकते हैं. ये इंडिकेटर की जगह लगाए जाते हैं. इन्हें ब्रेक से जोड़ा जाता है. जैसे ही वाहन चालक ब्रेक लगाता है तो यह तुरंत जल उठते हैं. कोहरे या रात के समय पीछे चल रहे वाहन चालक को पता चल जाता है कि सामने वाहन रुकने वाला है या गति धीमी कर रहा है. इससे वह सतर्क हो जाता है. बाइक के लिए ये 250 से लेकर 400 तक और कार के लिए 800 से 1500 रुपये की कीमत में यह उपलब्ध है.
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