शहर में गिरा भूजल स्तर, पेयजल की समस्या हुई गंभीर
भूजल स्तर में हो रहे गिरावट के कारण शहार से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समस्या गंभीर हो गयी है. जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में साधारण चापाकल से पानी गिरना लगभग बंद हो गया है.
मधुबनी. भूजल स्तर में हो रहे गिरावट के कारण शहार से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में पेयजल की समस्या गंभीर हो गयी है. जिला मुख्यालय से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में साधारण चापाकल से पानी गिरना लगभग बंद हो गया है. जबकि आईएम 2 व 3 चापाकल दिन में पानी कम देने लगा है. कई प्रखंड के ग्रामीण क्षेत्र में पानी किल्लत जिले के पंडौल प्रखंड के भौर, लोहट,बोटरी, बिट्ठो में चापाकल दिन में पानी देना कम कर दिया है. जबकि माधवपुर, बेनीपट्टी, साहरघाट में भी कई जगह साधारण चापाकल दिन में पानी देना कम कर दिया है. पीएचइडी विभाग के सहायक अभियंता गौरव कुमार श्रीवास्तव ने कहा है कि ग्रामीण क्षेत्रों में संगूर व साधारण चापाकल को रिसाइक्लिंग कर चालू किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि अभी ग्रामीण क्षेत्र में पेयजल की समस्या बहुत अधिक गंभीर नहीं हुई है. अगर और परेशानी होगी तो टैंकर से पानी दिया जाएगा. वैसे ज्यादातर पंचायतों में नलजल योजना भी चल रहा है. शहर में पेयजल की समस्या हुई गंभीर पीएचईडी विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शहर में काफी तेजी से भूजल स्तर में गिरावट हो रहा है. विभाग के कार्यपालक अभियंता विकास कुमार सिंह ने कहा कि शहर में कई जगह भूजल स्तर 36 फुट 2 इंच तक नीचे चला गया है. शहर में सामान्य भूजल स्तर 18 फुट होना चाहिए. तेजी से नीचे हो रहे भूजल स्तर के कारण शहर में साधारण चापाकल पानी नहीं देगा. जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में अभी 20 फुट 7 इंच तक भूजल नीचे चला गया है. ग्रामीण क्षेत्रों में सामान्य भूजल स्तर 14 से 16 फुट होना चाहिए. प्रखंडों में भूजल की स्थिति पीएचईडी विभाग के कार्यपालक अभियंता विकास कुमार सिंह ने कहा कि दो प्रखंड को छोड़ कर शेष प्रखंडों में भूजल स्तर बहुत तेजी से नीचे जा रहा है. मधेपुर प्रखंड में 18 फुट 3 ईंच, हरलाखी में 17 फुट 4 ईंच, बासोपट्टी में 15 फुट, जयनगर में 14 फुट 3 ईंच, बेनीपट्टी में 17 फुट, बिस्फी में 17 फुट 5 ईंच, कलुआही में 16 फुट 5 ईंच, खजौली में 14 फुट, रहिका में 20 फुट 7 ईंच, पंडौल में 18 फुट 5 ईंच व राजनगर में 17 फुट 5 ईंच भूजल स्तर दर्ज किया गया है. कार्यपालक अभियंता ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों का हालत अभी ठीक है. लेकिन जिस तरह से धूप में तेजी व पछिया हवा चल रहा है आने वाले कुछ दिनों में ग्रामीण क्षेत्र में भी परेशानी बढ़ जाएगी. अगर एक सप्ताह में बारिश नहीं हुई तो शहर में पेयजल की समस्या और अधिक बदतर हो जाएगी.
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