मधुबनी. भूजल स्तर में लगातार गिरावट हो रही है. जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में पानी को लेकर लोग परेशान हो रहे हैं. कई प्रखंड में भूजल स्तर में 30 फुट से नीचे तक चला गया है. जिस कारण साधारण चापाकल पानी देना पूरी तरह से बंद कर दिया है. हालात यह है कि सामान्य लेयर भी सामान्य से करीब दस फुट तक नीचे है. बीते कुछ साल पहले सामान्य लेयर 13 फुट से 15 फुट तक रहता था. वह लेयर वर्तमान में 18 फुट से 22 फुट तक चला गया है पीएचइडी विभाग के सहायक अभियंता गौरव श्रीवास्तव ने कहा कि कई प्रखंड में पिछले साल की अपेक्षा इस साल भूजल स्तर 6 फुट ज्यादा नीचे चला गया है. किस प्रखंड में कितना है भूजल स्तर पीएचईडी विभाग द्वारा 30 अगस्त को किए गए मापी के अनुसार प्रखंड बार भूजल स्तर, मधवापुर 21 फुट,हरलाखी19 फूट 5 इंच , बासोपट्टी 18.2 फुट, जयनगर 18 फुट 5 इंच, बेनीपट्टी 20 फुट, बिस्फी 19 फुट 7 इंच, खजौली 17 फुट, कलुआही 18.5 फुट, रहिका 28 फुट, पंडौल 30 फुट 2 इंच, राजनगर 19 फुट 7 इंच. सहायक अभियंता श्रीवास्तव ने कहा कि ये भूजल स्तर प्रखंड में एक जगह पर लिए गए मापी के आधार पर है. लेकिन कई प्रखंड में भूजल 30 फुट तक नीचे हो गया है. इसमें पंडौल प्रखंड के सरिसवपाही, इसहपुर,बिठ्ठो, बटुरी, हाटी सहित कई पंचायत में साधारण चापाकल पानी देना बंद कर दिया है. वर्दीवन इलाके में 40 फुट तक नीचे गया जलस्तर इसी प्रकार रहिका प्रखंड के सामान्य भूजल 28 फुट दर्ज किया गया है. लेकिन प्रखंड क्षेत्र के सिंघीनिया चौक, शंकर चौक, भौआरा, वर्दीवन इलाके में भूजल 35 से 40 फुट तक नीचे चला गया है. सहायक अभियंता श्रीवास्तव ने कहा कि नलजल योजना के तहत संचालित मोटर को सभी जगह दुरुस्त कर लोगो को पीने के पानी मिले इसको लेकर विभाग लगातार प्रयास कर रही है. अगर किसी पंचायत में खराबी हो जाती है तो वहां तत्काल मिस्त्री के टीम को भेजकर दुरुस्त कराया जाता है. इतना ही नहीं पंडौल प्रखंड में कई जगह टैंकर से पानी पहुंचाया जा रहा है. विभाग के द्वारा अभी चार टैंकर को पानी देने के लिए लगाया गया है. जिसमे सकरी में एक झंझारपुर में दो व पंडौल में एक टैंकर लगाया गया है.
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