Hypertension And Diabetes : बढ़ रहे हाइपरटेंशन व डायबिटीज के मरीजों की संख्या
Hypertension And Diabetes : जिले में हाइपरटेंशन एवं डायबिटीज मरीजों की संख्या में हर वर्ष इजाफा हो रहा है. इसमें हाइपरटेंशन एवं डायबिटीज मरीजों की संख्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक हो रहा है.
Hypertension And Diabetes : मधुबनी. जिले में हाइपरटेंशन एवं डायबिटीज मरीजों की संख्या में हर वर्ष इजाफा हो रहा है. इसमें हाइपरटेंशन एवं डायबिटीज मरीजों की संख्या पुरुषों की तुलना में महिलाओं में अधिक हो रहा है. वित्तीय वर्ष 21- 22 को छोड़कर 22-23 व 23- 24 के आंकड़ों के अनुसार में इन दोनों बीमारियों में महिलाओं की संख्या अधिक रहा है.
Hypertension And Diabetes : दुनियाभर में हृदय रोग और असमय मौतों का प्रमुख कारण : उच्च रक्तचाप
एनसीडी क्लीनिक से मिली जानकारी अनुसार वित्तीय वर्ष 21- 22 में 10 हजार 328 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया. इसमें डायबिटीज के 5 हजार 633 पुरुष तथा 4 हजार 695 महिला मरीजों को चिन्हित किया गया. वही हाइपरटेंशन के 1979 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया. इसमें पुरुषों की संख्या 209 तथा महिलाओं की 1710 रहा. वित्तीय वर्ष 22- 23 में एनसीडी क्लीनिक में 2 लाख 41 हजार 873 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया. जिसमें 1 लाख 56 हजार 636 पुरुष तथा 1 लाख 36 हजार 706 महिलाएं शामिल रहे.
इसमें डायबिटीज के 1 लाख 41 हजार 638 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया. जिसमें पुरुष 66 हजार 925 एवं महिलाओं का आंकड़ा 73 हजार 697 रहा. वही हाइपरटेंशन में पुरुष 35 हजार 409 तथा महिला 55 हजार 792 रहा. कुल 93230 लोग हाइपरटेंशन से ग्रसित पाए गए. वहीं वित्तीय वर्ष 2023 – 2024 में 3 लाख 44 हजार 103 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया. इसमें डायबिटीज 1 लाख 75 हजार 55 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया. इसमें डायबिटीज के 83 हजार 68 पुरुष तथा 94 हजार 987 महिलाओं की संख्या रही. वही हाइपरटेंशन के 1 लाख 66 हजार 48 लोगों स्क्रीनिंग की गयी.
हाइपरटेंशन के 74 हजार 199 59 पुरुष तथा 91 हजार 879 महिलाएं शामिल रहे. आंकड़ों पर गौर करें तो वित्तीय वर्ष 2023-24 में जिला में डायबिटीज के 1 लाख 75 हजार 55 हजार पुरुषों एवं महिलाओं की संख्या रही. इसी वित्तीय वर्ष में जिला में हाइपरटेंशन के कुल मरीजों की संख्या 1 लाख 66 हजार 49 रहा वित्तीय वर्ष 2024-25 में 24 अगस्त तक 1 लाख 14 हजार 681 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया.
इसमें डायबिटीज के 27 हजार 46 पुरुष तथा 30 हजार 673 महिला शामिल रहे. वही हाइपरटेंशन टेंशन के 27 हजार 440 पुरुष तथा 29 हजार 522 महिला शामिल रही. एनसीडी क्लिनिक में वित्तीय वर्ष 2023-24 में 20 हजार 98 लोगों का कैंसर स्क्रीनिंग किया गया. इसमें संदिग्ध पुरुषों की संख्या 104 तथा महिलाओं की संख्या 93 रहा. वित्तीय वर्ष 2024-25 में 24 अगस्त तक 5 हजार 679 लोगों का कैंसर स्क्रीनिंग किया गया.
इसमें संदिग्ध पुरुषों की संख्या 18 तथा 13 महिला शामिल रहे. जिला गैर संचारी रोग पदाधिकारी डॉ एस एन झा ने कहा कि लांग लाइफ जीने के लिए अपना ब्लड प्रेशर मापें और कंट्रोल करें. उन्होंने कहा कि असामान्य और असंतुलित जीवनशैली उच्च रक्तचाप के जोखिम को बढ़ाती है. चिंता की बात यह है कि दुनियाभर में हृदय रोग और असमय मौतों के प्रमुख कारणों में से एक उच्च रक्तचाप है.
उन्होंने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार देश की करीब 35 प्रतिशत से अधिक की आबादी उच्च रक्तचाप से पीड़ित है. इसमें 25 प्रतिशत शहरी और 10 प्रतिशत ग्रामीण आबादी हाइपरटेंशन से ग्रसित है. जबकि जिले की लगभग 21 प्रतिशत आबादी उच्च रक्तचाप से ग्रस्त है.
जिसमें 15 वर्ष से ऊपर की 23.2 प्रतिशत महिलाएं एवं 18.3 प्रतिशत पुरुष शामिल हैं. यह क्रोनिक मेडिकल कंडीशन है, इसके चलते रक्त धमनियों में खून का दबाव काफी बढ़ जाता है. जिसकी वजह से जिगर, गुर्दा, मस्तिष्क, हृदय और आंखों को काफी गंभीर रूप से नुकसान पहुंच सकता है. एनसीडीओ डॉ. एसएन झा ने कहा कि हाइपरटेंशन की वजह से इन अंगों पर होने वाला नुकसान ब्लड प्रेशर के लेवल और उसकी अवधि पर निर्भर करता है.
Hypertension And Diabetes : क्या है हाइपरटेंशन
डाॅ झा ने कहा कि हाइपरटेंशन को सामान्य भाषा में उच्च रक्तचाप भी कहा जाता है. यह दो प्रकार का होता है. पहला एशेनशिएल हाइपरटेंशन जो मूलतः अनुवांशिक, अधिक उम्र होने, अत्यधिक नमक का सेवन तथा लचर एवं लापरवाह जीवनशैली के कारण होता है.
दूसरा सेकेंडरी हाइपरटेंशन जब उच्च रक्तचाप का सीधा कारण चिह्नित हो जाये तो उस स्थिति को सेकेंडरी हाइपरटेंशन कहते हैं. यह गुर्दा रोग के मरीजों तथा गर्भ निरोधक गोलियों का सेवन करने वाली महिलाओं में अधिक देखा जाता है. एनसीडीओ डा. झा ने कहा कि खराब जीवनशैली के कारण धीरे-धीरे किशोर एवं युवक भी इस गंभीर समस्या से पीड़ित हो रहे हैं.
आहार में फास्टफ़ूड की जगह फलों का सेवन, सुबह जल्दी उठना एवं रात में जल्दी सोना, अवसाद एवं तनाव से बचना एवं नियमित व्यायाम से इस रोग से बचा जा सकता है. उन्होंने कहा कि अधिकतर हाइपरटेंशन के रोगियों को मालूम भी नहीं रहता कि वह इससे ग्रसित हैं तथा इसके लक्षणों को नजरंदाज करते हैं. इसकी अनदेखी करने वाले मरीजों को गंभीर बीमारियों जैसे हृदयघात, मस्तिष्कघात, लकवा, ह्रदयरोग, किडनी का काम करना बंद हो जाना जैसी स्थिति का सामना करना पड़ता है.
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