सब्जी की खेती से प्रति महीने 20 हजार की हो रही आमदनी
नवानी पंचायत के सिरखरडिया परमानन्दपुर गांव की सैकडों महिला किसान साग सब्जी की खेती कर आत्मनिर्भर बन गई है. अपने परिवार का भरण-पोषण के साथ-साथ परिवार की आर्थिक उन्नति की बढ़ा रही है.
झंझारपुर. नवानी पंचायत के सिरखरडिया परमानन्दपुर गांव की सैकडों महिला किसान साग सब्जी की खेती कर आत्मनिर्भर बन गई है. अपने परिवार का भरण-पोषण के साथ-साथ परिवार की आर्थिक उन्नति की बढ़ा रही है. महिला किसान को इस कार्य में वर्ल्ड नेबर्स व रुरल डेवलपमेंट ट्रस्ट द्वारा सहयोग किया जा रहा है. गांव की महिला कृषक ललिता देवी सहित सेविंग एण्ड क्रेडिट समूह के सात सदस्यों ने कहा कि पहले खेती में लागत के अनुपात आय कम होती थी. जबसे संस्था से जुड़ी हूं खेती करने का नयी तकनीक सीखने को मिला है. इस तकनीकी से पहले खेती में बीज, खाद्य, कीटनाशक, पेस्टीसाइड बाजार से खरीद कर खेती करती थी, तो लगात अधिक लगता था, उत्पादन कम होता था. डब्लूएन के सहयोग से समूह के सदस्य को साग सब्जी का व्यवसायिक खेती करने के लिए प्रशिक्षण दिया गया. मृदा स्वास्थ्य के संबंध में बताया गया. जिससे खेती में लागत भी कम हुआ और मृदा स्वास्थ्य में सुधार होने के कारण उत्पादन में वृद्धि हो रही है. फसल को तीन भाग में बांटते हैं. एक सबसे पहले साफ सफाई और चमकदार फसल, दुसरा मिडिल क्लास और तीसरा जिसमें कीड़ा लगा हो सड़ गया हो सबको अलग अलग रखते हैं. जिसके कारण फसल का उचित मूल्य प्राप्त होता है. सब्जी उत्पादन से एक परिवार को प्रति महीना 15 से 20 हजार की आमदनी हो जाती है. ट्रस्ट के संरक्षक मो. सादुल्लाह ने कहा कि समूह सदस्य को संस्था द्वारा खेती के सभी बिन्दु पर विषयवार प्रशिक्षण देकर प्रेरित किया गया. समूह सदस्य को साग सब्जी के साथ अन्य फसल के व्यवसायिक खेती की ओर रूझान बढ़ा है.
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