Madhubani News. अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस आज, तनाव से बचाव की मिलेगी जानकारी

प्रत्येक वर्ष 10 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया जाता है. सिविल सर्जन डा. नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा है कि आम जनमानस में मानसिक स्वास्थ संबंधी जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न गतिविधियों एवं चिकित्सा परामर्श शिविर का आयोजन करने का निर्देश दिया है.

By Prabhat Khabar News Desk | October 9, 2024 10:00 PM
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Madhubani News. मधुबनी. प्रत्येक वर्ष 10 अक्टूबर को अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस का आयोजन किया जाता है. सिविल सर्जन डा. नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा है कि आम जनमानस में मानसिक स्वास्थ संबंधी जागरूकता फैलाने के लिए विभिन्न गतिविधियों एवं चिकित्सा परामर्श शिविर का आयोजन करने का निर्देश दिया है. सिविल सर्जन ने कहा कि तनावग्रस्त जीवनशैली एवं बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इसके प्रति जागरूकता पैदा करने और इससे बचने के उपायों पर विचार करने के उद्देश्य से पूरे विश्व में ”””” अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस अवसर पर जनमानस में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता एवं चिकित्सकीय परामर्श शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा. इस अवसर पर अस्पताल में आने वाले मरीजों को मानसिक तनाव से बचने के बारे में जानकारी दी जायगी व विशेष रूप से उनकी काउंसलिंग की जाएगी. सिविल सर्जन ने कहा कि हर किसी को यह याद रखना चाहिए कि तनाव किसी भी समस्या का हल नहीं होता बल्कि कई अन्य समस्याओं को जन्म देता है. तनाव के कारण व्यक्ति अत्यधिक सिर दर्द, माइग्रेन, उच्च या निम्न रक्तचाप, हृदय से जुड़ी समस्याओं से ग्रस्त हो जाता है. मानसिक तनाव व्यक्ति के स्वभाव को चिड़चिड़ा कर ज़िंदगी की खुशी और मुस्कान भी चुरा लेता है. इससे बचने के लिए तनाव पैदा करने वाले अनावश्यक कारणों को जीवन से दूर करना जरूरी ही नहीं अनिवार्य हो गया है. मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता बेहद जरूरी एनसीडीओ डॉ एसएन झा ने कहा कि आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी में अनियमित जीवनशैली के कारण थकान होना आम बात है. शरीर की थकान जब शारीरिक बीमारी का कारण बनती है तो हम दवाओं या अन्य उपायों के जरिए ठीक हो जाते हैं. वहीं मानसिक थकान हमें मानसिक तौर पर बीमार कर सकता है. लेकिन मानसिक तौर पर अस्वस्थ होने की ओर हमारा ध्यान नहीं जाता. कई बार पढ़ाई या काम के बोझ, रिश्ते में दरार, कैरियर को लेकर हमारी चिंता हमें तनाव देती है. यह लंबे समय तक रहा तो डिप्रेशन यानी अवसाद में तब्दील हो सकता है. ऐसे में मेंटल हेल्थ यानी मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता बेहद जरूरी है. उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर बैनर पोस्टर के माध्यम से प्रचार-प्रसार किया जायेगा. स्वास्थ्य संस्थानों पर बैनर-पोस्टर, हैंडबिल, पंपलेट के माध्यम से कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाएगा.

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