पारा 35 के पार:अगले तीन दिनों में हो सकती है बारिश
भीषण गर्मी के कारण तापमान का पारा 35 डिग्री सेल्सियस को पार कर 37.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है. जिसके कारण जनजीवन काफी प्रभावित हो रहा है.
मधुबनी . भीषण गर्मी के कारण तापमान का पारा 35 डिग्री सेल्सियस को पार कर 37.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया है. जिसके कारण जनजीवन काफी प्रभावित हो रहा है. उमस भरी गर्मी के कारण सड़कों आवाजाही भी कम हो गया है. हालांकि शुक्रवार को दोपहर के बाद आसमान में बादल छाये रहे. मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार आने वाले चार पांच दिनों में बारिश की संभावना जताई गई है. पूसा के वरीय वैज्ञानिक सह नोडल पदाधिकारी डाॅ ए. सत्तार ने बताया है कि 18 से 22 मई तक जिले में आसमान में हल्के से मध्यम बादल छाया रहेगा. इसके साथ ही अगले एक – दो दिनों तक मौसम शुष्क रहने की संभावना है. इसके बाद 21-22 मई को कई स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ हल्की वर्षा होने का अनुमान है. हालांकि इस अवधि में अधिकतम तापमान 38-40 डिग्री सेल्सियस के आसपास रह सकता है. जबकि न्यूनतम तापमान 24-26 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है. इस अवधि में 12-18 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से पुरबा हवा चलने का अनुमान है. शुक्रवार को जिले का तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.5 डिग्री सेल्सियस अधिक रहा. वहीं न्यूनतम तापमान 24.8 दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा. स्वास्थ्य संस्थानों को अलर्ट मोड में रहने का निर्देश अत्यधिक गर्मी एवं इससे उत्पन्न लू से आम जनों को स्वास्थ्य संबंधी गंभीर परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. विशेषकर छोटे बच्चों, स्कूली बच्चों, बुजुर्ग, गर्भवती एवं धात्री माताओं तथा विभिन्न कार्य के लिए घर से बाहर निकलने वाले व्यक्तियों को स्वास्थ्य संबंधी काफी समस्याएं हो रही है. इस मौसम में पेयजल संकट की स्थिति भी उत्पन्न होती है. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ नरेश कुमार भीमसारिया ने भीषण गर्मी एवं लू से बचाव तथा इससे उत्पन्न विभिन्न प्रकार की स्वास्थ संबंधी बीमारियों के चिकित्सकीय उपचार एवं प्रबंधन के लिए सभी स्वास्थ्य संस्थानों को आवश्यक दिशा निर्देश जारी किया है. जिला के सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, रेफरल अस्पताल, अनुमंडलीय अस्पताल एवं सदर अस्पताल में भीषण गर्मी एवं लू से प्रभावित व्यक्तियों के अहर्निश रूप से समुचित चिकित्सीय उपचार एवं प्रबंधन के लिए विशेष कार्य योजना तैयार करने का निर्देश दिया है. लू से प्रभावित व्यक्तियों का हर्ट रेट, रिस्पायरेट्री रेट, ब्लड प्रेशर, रेक्टल टेंपरेचर एवं मेंटल स्टेट का लगातार निगरानी करने का निर्देश दिया है. लू से ग्रसित गंभीर मरीजों का कंपलीट ब्लड काउंट, इलेक्ट्रोलाइ, ईसीजी, अदर मेटाबॉलिक एब्नार्मेलिटीज, लिवर फंक्शन टेस्ट एवं किडनी फंक्शन टेस्ट कराने की व्यवस्था सुनिश्चित करने का भी निर्देश दिया है. सभी स्वास्थ्य संस्थानों में विशेष चिकित्सकों को ऑन कॉल ड्यूटी पर 24 घंटे उपलब्ध रहने का निर्देश दिया है. ताकि आकस्मिक परिस्थिति में सूचित किए जाने पर वे शीघ्र संबंधित अस्पताल में उपस्थित होकर मरीज की देखभाल कर सकें. ऐसे पहचाने लू के लक्ष्ण तेज सिर दर्द का होना, उल्टी या जी मचलाना, बुखार का होना, त्वचा का लाल, गर्म एवं सूखा होना( पसीना नहीं चलना), बेहोशी या चक्कर आना, घबराहट या संशय का बढ़ जाना,अत्यधिक आलस या सुस्ती का होना लू से बचाव सीएस ने कहा कि कुछ सावधानी बरतकर लू से बचाव किया जा सकता है. खाली पेट घर से बाहर नहीं निकलें. सुपाच्य एवं हल्के भोजन का सेवन करें. अत्यधिक शीतल पेय पदार्थों के सेवन करने से बचें. देर रात तक नहीं जागें एवं कम से कम 8 घंटे की नींद जरुर लें. अत्यधिक वजन से शरीर में अतिरिक्त ऊष्मा पैदा होती है. इसलिए अत्यधिक वजन वाले लोग गर्मी के दिनों में वसा युक्त भोजन सेवन करने से बचें.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है