भोजन के बाद अब सदर अस्पताल की साफ-सफाई की जिम्मेदारी भी जीविका को
सदर अस्पताल की साफ-सफाई की जिम्मेदारी भी अब जीविका को दे दी गई है. इसके बाद स्वच्छ भोजन के तरह ही अस्पताल की साफ-सफाई भी चकाचक होने की उम्मीद है.
मधुबनी . सदर अस्पताल की साफ-सफाई की जिम्मेदारी भी अब जीविका को दे दी गई है. इसके बाद स्वच्छ भोजन के तरह ही अस्पताल की साफ-सफाई भी चकाचक होने की उम्मीद है. सदर अस्पतालों तथा अनुमंडलीय अस्पतालों के अंतः वासी रोगियों के उपचार अवधि के दौरान शुद्ध एवं पौष्टिक भोजन की व्यवस्था बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन समिति जीविका द्वारा संपोषित सामुदायिक संगठन दीदी की रसोई के माध्यम से कराई जा रही है. इसका सकारात्मक परिणाम परिलक्षित हुआ है. इसके बाद सदर अस्पताल तथा अनुमंडलीय अस्पतालों में भवनों एवं परिसर की साफ़-सफाई एवं वस्त्रों की धुलाई का कार्य बिहार ग्रामीण जीविकोपार्जन समिति द्वारा संपोषित सामुदायिक संगठन “जीविका” के माध्यम से शुरू से कराया जा रहा है. इस संबंध में कार्यपालक निदेशक के निर्देश के आलोक में जिला स्वास्थ्य समिति के सदस्य सचिव सह सिविल सर्जन डा. नरेश कुमार भीमसारिया ने अधीक्षक एवं उपाधीक्षक को आदेश जारी किया है. पांच वर्षों का होगा अनुबंध : कार्यपालक निदेशक द्वारा जारी निर्देश में कहा गया है कि अनुबंध पांच वर्षों के लिए किया गया है. इस अवधि में विभाग द्वारा राज्य स्वास्थ्य समिति के माध्यम से उपलब्ध करायी जा रही सेवाओं का नियमित अनुश्रवण, कार्य की गुणवत्ता एवं परिणाम का मूल्यांकन कराया जायेगा. प्राप्त सेवाएं मानक स्तर पाए जाने पर इसमें पांच-पांच वर्षों का अवधि विस्तार विभाग द्वारा किया जायेगा. 24X7 उपलब्ध करायी जायेगी साफ़-सफाई की सेवाएं: जीविका द्वारा सदर अस्पताल एवं अनुमंडलीय अस्पताल झंझारपुर, जयनगर एवं फुलपरास में साफ़-सफाई की सेवाएं अनिवार्य रूप से सप्ताह के सातों दिन 24X7 उपलब्ध करायी जायेगी. वस्त्रों की धुलाई की सेवाएं भी आवश्यकतानुसार निर्बाध रखने की जिम्मेदारी जीविका की होगी. इसके लिए लिए सदर अस्पताल परिसर में भवन का निर्माण किया गया है. आवश्यक स्थान, कमरा, बिजली, पानी तथा प्रसाधन की व्यवस्था जीविका को संबंधित स्वास्थ्य संस्थान द्वारा उपलब्ध कराया जायेगा. साफ सफाई के लिए एक रुपए 20 पैसे प्रति वर्ग मीटर का दर प्रति माह मान्य होगा. इसमें मुद्रास्फीति को ध्यान में रखते हुए 5 प्रतिशत वार्षिक मूल्य वृद्धि की जाएगी. वस्त्रों की धुलाई एवं अस्पताल भवन एवं परिसर की साफ-सफाई पर होने वाले व्यय का वहन स्थापना एवं प्रतिबद्ध व्यय अंतर्गत संस्थानों के सुसंगत विषय शीर्ष में उपबंधित राशि से किया जाएगा. स्वास्थ विभाग द्वारा यह राशि राज्य स्वास्थ्य समिति को उपलब्ध कराई जाएगी, इसके बाद मांग के आधार पर केंद्रीकृत भुगतान जीविका को की जाएगी. लॉन्ड्री के लिए 30 रुपए प्रति किलोग्राम का दर मान्य होगा. इसे प्रतिवर्ष पांच प्रतिशत वार्षिक मूल्य वृद्धि की जाएगी. सदर अस्पताल में 25 से होगा काम शुरू जिला कार्यक्रम प्रबंधक जीविका वसीम अंसारी ने कहा कि अनुमंडलीय अस्पताल जयनगर, फुलपरास एवं झंझारपुर में साफ सफाई 15 अगसत से शुरु कर दी गई. जबकि 25 अगस्त से सदर अस्पताल में साफ-सफाई का कार्य अनुबंध के अनुरूप शुरु की जाएगी. इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा कि अधीक्षक सदर अस्पताल एवं उपाधीक्षक अनुमंडलीय अस्पताल को जीविका द्वारा कार्य प्रारंभ करने के बाद वर्तमान में साफ सफाई एवं वस्त्र धुलाई कर रही एजेंसी का बिलिंग बंद करने का निर्देश दिया गया है. डीपीओ जीविका वसीम अंसारी ने कहा कि जीविका दीदियों के लिए यह उपलब्धि है, उन्हें सभी क्षेत्रों में रोजगार का अवसर मिल रहा है. जीविका की दीदियों के अच्छे कार्यों के बदौलत ये हो रहा है. उन्होंने कहा की पूरी उम्मीद है कि जीविका दीदियों को जो कार्य दिया गया है वह बहुत अच्छे से करेगी. साफ सफाई का कार्य रोस्टर के अनुसार जीविका दीदियों द्वारा किया जाएगा. दीदी के द्वारा अस्पताल के ओपीडी, आईपीडी के साथ साथ पूरे परिसर में साफ सफाई का कार्य किया जाएगा.
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