Madhubani News. मधेपुर . प्रखंड के फटकी कुटी गांव के समीप कमला नदी के घाट पर गुरुवार को कल्पवास सह कार्तिक मास स्नान मेला का शुभारंभ हुआ. इस कल्पवास मेला का उदघाटन झंझारपुर के एसडीओ कुमार गौरव, एलआरडीसी चंदन कुमार झा, महंथ रामप्रिय दास, मुखिया देव नारायण साहू, सरपंच शिव नारायण राउत तथा सामाजिक कार्यकर्ता शंकर प्रसाद ने संयुक्त रूप से ध्वजा स्थापित कर एवं फीता काट कर किया. इस अवसर पर एसडीओ कुमार गौरव ने कहा कि कमला नदी मिथिलांचल की प्रसिद्ध नदी है. इस नदी का उदगम हिमालय पर्वत है. मिथिलांचल में कमला नदी को गंगा नदी के बाद सर्वाधिक पुण्यदायिनी मानी जाती है. इस नदी में प्रातः काल स्नान करने से शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक लाभ होता है. पिछले नौ वर्षों से फटकी कुट्टी गांव के निकट कल्पवास मेला का आयोजन किया जाता रहा है. स्थानीय श्रद्धालुओं की मांग पर बिहार सरकार के पर्यटन विभाग द्वारा इस आयोजन के लिए इस वर्ष दस लाख रुपए की सहायता दी गई है. अध्यक्ष महंथ रामप्रिय दास ने कहा कि इस कल्पवास मेला में श्रद्धालुओं की काफी भीड़ लगी रहती है. कल्पवास मेला के दौरान फटकी कुट्टी, प्रसाद, बांकी, खजुरा, बाबूजीवन, रामबाग, बीरपुर, भीठ भगवानपुर, रजौर तथा दरभंगा जिले के ठेंगहा, जयदेवपट्टी, कुरसों, नदियामी सहित दर्जनों गांवों के हजारों श्रद्धालु प्रतिदिन यहां स्नान करने आते है. इन गांवों के दर्जनों संत एवं वृद्ध यहां कमला तट पर झोपड़ी बनाकर कल्पवास करते हैं. यहीं खाना बनाकर खाते हैं और दिन – रात यहीं रहकर भक्ति भजन करते हैं. कल्पवास के प्रथम दिन भी हजारों श्रद्धालुओं ने कमला नदी में स्नान किया. इस मेला के सफल आयोजन में फटकी कुटी सहित अन्य गांव के लोग मनोयोग से जुट हुए है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है