Madhubani News. कोंकण रेलवे के मुख्य यांत्रिक इंजीनियर ने किया जयनगर नेपाल रेलवे स्टेशन का निरीक्षण
जयनगर से जनकपुर-कुर्था-बिजलपुरा नेपाल रेल खंड पर नेपाली ट्रेन के परिचालन को दो वर्ष हो गए हैं. इस अवधि में नेपाल या भारतीय रेलवे द्वारा रेलवे ट्रैक का मेंटनेंस नहीं किया गया है.
Madhubani News. जयनगर. जयनगर से जनकपुर-कुर्था-बिजलपुरा नेपाल रेल खंड पर नेपाली ट्रेन के परिचालन को दो वर्ष हो गए हैं. इस अवधि में नेपाल या भारतीय रेलवे द्वारा रेलवे ट्रैक का मेंटनेंस नहीं किया गया है. जयनगर-जनकपुर कुर्था बिजलपुरा नेपाल करीब 46 किलोमीटर रेल खंड ट्रैक मेंटनेंस कार्य का जिम्मा भारत सरकार द्वारा 12 करोड़ भारतीय रुपए नेपाल रेलवे को दिया है. शुक्रवार को नेपाल रेल महाप्रबंधक निरंजन झा ने कहा कि 24 अक्टूबर को भारतीय कोकण रेलवे के (ईएमसी) अधिकारियों का काठमांडू पहुंचे. उनके पहुंचने के बाद कोकण रेलवे के अधिकारियों द्वारा सोमवार को जयनगर जनकपुर बिजलपुरा नेपाल रेल खंड का औचक निरीक्षण किया. रेल खंड का औचक निरीक्षण करने के बाद काठमांडू में नेपाल रेलवे के अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक होगी. महाप्रबंधक ने बताया कि कोंकण रेलवे के मुख्य यांत्रिक इंजीनियर दिनेश कृष्णा जी गजभिये द्वारा जयनगर जनकपुर बिजलपुरा लगभग 46 किलोमीटर रेल खंड का औचक निरीक्षण कर ट्रैक की स्थिति मेंटनेंस कार्य में सामानों की सुरक्षा और रखरखाव समेत अन्य बिंदुओं पर बारिकी से जांच की. नेपाल रेलवे ट्रैक मेंटनेंस कार्य जब समाप्त कर दें. ज्ञात हो कि भारतीय रेल में विभिन्न रेल खंडों पर समय-समय पर ट्रैक का मेंटनेंस किया जाता है. ताकि रेलवे लाईन का रखरखाव और गुणवत्ता का पता लगाया जा सके. ट्रैक मेंटनेंस होने पर ट्रेन परिचालन की स्पीड बढ़ाई जाती है. ताकि कम समय में अपने गंतव्य तक पहुंचा जा सके. काफी समय होने के बाद नेपाल ट्रैक का मेंटनेंस कार्य नहीं होने के कारण ट्रेन का स्पीड यथावत है. उन्होंने कहा कि जनकपुर अयोध्या के बीच रेल सेवा बहाल को लेकर चर्चा चल रही है. हरी झंडी मिलते ही दोनों देशों के बीच रामायण सर्किट व पर्यटन ट्रेन चलाई जाएगी. आपको बता दें कि जयनगर जनकपुर कुर्था नेपाल रेल खंड पर ट्रेन का परिचालन को लेकर 2 अप्रैल 2022 को दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व नेपाली प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा ने संयुक्त रूप से उद्घाटन किया था. जयनगर भाया जनकपुर कुर्था बर्दीवास नेपाल 69 किलोमीटर रेल खंड निर्माण को लेकर 548 करोड़ की लागत वर्तमान में 800 करोड़ से इरकान इंटरनेशनल कंपनी को सौंपा गया. दो चरण का कार्य पूरा किया जा चुका है. जबकि बिजलपुरा से बर्दीवास तक तकनीकी कारणों से निर्माण कार्य ठप है. जयनगर जनकपुर बिजलपुरा के बीच तीन फेरा ट्रेन परिचालन हो रहा है. साथ ट्रेन परिचालन को लेकर समय सारणी में बदलाव किया गया है. अवसर पर नेपाल रेल महाप्रबंधक निरंजन झा, नेपाल रेलवे के डीजीएम राजेश हंबल, नेपाल रेलवे स्टेशन जयनगर के अधीक्षक एस एल मीणा समेत अन्य मौजूद थे.
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