Madhubani News. मधुबनी . नेपाल और भूटान से आने वाली नदियों से देश में बाढ़ और विभिन्न नदियों में गाद की गंभीर होती समस्या के साथ-साथ कोसी-मेची नदी जोड़ परियोजना पर सारण के सांसद सह पूर्व केंद्रीय मंत्री राजीव प्रताप रुडी की अध्यक्षता में नई दिल्ली के संसदीय सौंध में जल संसाधन संबंधी संसद की स्थायी समिति की बैठक में विमर्श हुआ. बैठक में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कोसी, गंडक और बागमती नदी में इस साल नेपाल से आये रिकार्ड जलस्राव को ध्यान में रखते हुए इनके तटबंधों के उच्चीकरण एवं सुदृढ़ीकरण, प्रदेश में बाढ़ से सुरक्षा के लिए नये बराजों के निर्माण, प्रमुख नदियों के तल से गाद की सफाई और महत्वपूर्ण सिंचाई परियोजनाओं के पुनर्स्थापन एवं लाइनिंग का मुद्दा उठाया. इस महत्वपूर्ण बैठक में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना, देश के 3000 से अधिक छोटे-बड़े डैम की सुरक्षा, अविरल गंगा परियोजना आदि पर भी गहन विचार किया गया. कोसी नदी की त्रासदी का उठाया मुद्दा बैठक में जदयू के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा ने कोसी नदी की त्रासदी का मुद्दा उठाया. उन्होंने कहा कि कोसी नदी की बाढ़ के प्रकोप को कम करने के लिए मेची-कोसी नदी परियोजना के जरिये कोसी नदी का अतिरिक्त पानी मेची नदी तक पहुंचाया जाना है. इससे उत्तर बिहार के बड़े इलाके को बाढ़ से राहत मिलेगी. यह परियोजना पूर्णिया और सीमांचल के लिए गेम चेंजर साबित होगी. इसके कार्यान्वयन से अररिया, कटिहार, किशनगंज एवं पूर्णिया जिले के 2,14,812 हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की सुविधा भी उपलब्ध हो सकेगी. नमामि गंगे परियोजना का अनुमानित बजट 3346 करोड़ रुपये बैठक में जल संसाधन से संबंधित अधिकारियों ने बताया कि नमामि गंगे परियोजना के तहत इस वित्तीय वर्ष का अनुमानित बजट 3346 करोड़ रुपये है, जो कि पिछले वित्तीय वर्ष से 1 हजार करोड़ अधिक है. इसी प्रकार किसानों के हित में प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना पर अनुमानतः 2500 करोड़ खर्च होंगे, जो पिछले वित्तीय वर्ष से करीब 1 हजार करोड़ अधिक है. बैठक में अध्यक्ष रुडी को यह बताया गया कि इस परियोजना के तहत कुल 99 योजनाओं को शामिल किया गया है, जिसमें से 62 का कार्य पूरा हो चुका है. जल संसाधन संबंधी स्थायी संसदीय समिति के अध्यक्ष राजीव प्रताप रूडी की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस समिति में शामिल सांसद संजय कुमार झा के अलावा दिलीप सैकिया, संजना जाटव, विशाल पाटील, धर्मशीला गुप्ता, सीमा द्विवेदी, सागर ईश्वर खंडरे, रोडमल नागर, प्रतापचंद सारंगी, नारायण दास अहिरवार, फैयाज अहमद आदि शामिल हुए और जल संसाधन से जुड़े महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर विचार-मंथन किया गया.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है