कैनाल सफाई में बरती जा रही सुस्ती शहर वासियों के लिए बनेगी मुसीबत
शहर में जल निकासी का मुख्य साधन वाटसन, किंग्स एवं राज केनाल है. जिसकी सफाई मैं तेजी लाना होगा. इस बार पहले ही केनालों की सफाई देर से शुरू की गई है.
मधुबनी. शहर में जल निकासी का मुख्य साधन वाटसन, किंग्स एवं राज केनाल है. जिसकी सफाई मैं तेजी लाना होगा. इस बार पहले ही केनालों की सफाई देर से शुरू की गई है. कार्य योजना बनाकर केनालों की सफाई में तेजी लाने की जरूरत है. बीते रविवार को करीब 2 घंटे की बारिश से शहर जलमग्न हो गया था. जगह-जगह नाला एवं केनाल जाम रहने के कारण पानी की निकासी के लिए नगर निगम को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी. नगर निगम की कार्यशैली से शहर के लोग आक्रोशित दिखे. केनाल सफाई में सुस्ती शहर वासियों के लिए मुसीबत बन जाएगी. जून माह तक इसकी साफ-सफाई का काम पूरा करना होगा. दरअसल शहर के वाटसन, किंग्स व राज केनाल कीचड़ से पटा हुआ है. केनाल कीचड़, गाद एवं जलकुंभी से पटे रहने के कारण नाले की पानी की निकासी नहीं हो पाता है. जिसके कारण शहर में जलजमाव की स्थिति उत्पन्न होती है. जलजमाव से निजात के लिए केनालों का बरसात पूर्व सफाई करना आवश्यक है. चरणबद्ध तरीके से गाद को निकालकर इसकी सफाई कराना आवश्यक है.
8 किलोमीटर लंबी केनाल का करना होगा सफाई
शहर में जल निकासी के लिए सबसे लंबी किंग्स केनाल की सफाई किसी चुनौती से कम नहीं है. सही तरीके से सफाई नहीं होने के कारण केनाल गाद से पटा हुआ है. इस केनाल से शहर की 50 फीसदी पानी की निकासी होती है. यह जाम रहने से बरसात के दिनों में जल निकासी सही ढंग से नहीं होती है. जिसके कारण जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. किंग्स केनाल संतु नगर से लाखों बिंदा कॉलोनी होते हुए गदियानी से आरके कॉलेज के समीप गैस गोदाम होते हुए सूड़ी स्कूल से गांधी चौक से गुजरकर महाराजगंज होते हुए स्टेडियम के समीप वाटसन कैनाल में मिल जाती है.
शहरी क्षेत्र के तीनों के नालों के लगभग 8 किलोमीटर साफ सफाई करनी होगी. इसकी चौड़ाई करीब 25 से 40 फीट तक है. जबकि गहराई 6 फीट है. सभी कैनाल याद से पटा हुआ है. बीते वर्ष किए का किए गए कार्य के आधार पर करीब दो महीने तक लगातार इसकी सफाई करनी होगी. अगर केनाल की सफाई में कोताही बरती गई तो निश्चित रूप से इस बरसात में फिर शहर डूबेगा.
चुनौती भरा होगा किंग्स कैनाल की सफाई
सिटी मैनेजर राजमणि कुमार ने कहा है कि शहर में जलजमाव की समस्या से निजात के लिए बरसात पूर्व कैनालों की सफाई करायी जा रही है. इसके लिए कार्य योजना बनाई गई है.
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