Madhubani Lok Sabha Election Result 2024: मधुबनी. मधुबनी संसदीय सीट से भाजपा उम्मीदवार अशोक यादव चुनाव जीत गये हैं. बीजेपी के अशोक यादव को कुल 545865 वोट मिले हैं. यहां राजद के अली अशरफ फातमी चुनाव हार गये हैं. फातमी को 397046 मत मिले हैं. अशोक यादव ने यहां फातमी को 148819 मत से चुनाव हरा दिया हैं. अशोक यादव ने इस जीत के साथ लगातार दूसरी बार जीत दर्ज की है.
बिहार की मधुबनी लोकसभा सीट से साल 2019 के लोकसभा चुनाव में अशोक कुमार यादव ने विवेकशील इंसान पार्टी के उम्मीदवार बद्री कुमार पूर्बे को हराया था. मधुबनी लोकसभा सीट दरभंगा जिले में भी आती है. दरभंगा जिले का कुछ एरिया मधुबनी सीट पर भी है. मधुबनी लोकसभा क्षेत्र में 6 विधानसभा सीटें हैं. इनमें से 4 विधानसभा क्षेत्र मधुबनी जिले में हैं, बाकी की दो सीटें दरभंगा जिले आती हैं. साल 1976 से पहले मधुबनी लोकसभा सीट जयनगर लोकसभा सीट के नाम से जानी जाती थी.
1976 से पहले जयनगर सीट में कांग्रेस और वामपंथी पार्टी का कब्जा हुआ करता था. जब यह सीट मधुबनी के नाम से सामने आई तो कांग्रेस और वामपंथी के वोटर सिमट कर रह गए. बाकी अन्य दलों के वोटर्स का दमखम इस सीट पर दिखने लगा. मधुबनी सीट में बीजेपी के बड़े नेता हुकुमदेव नारायण यहां पर सबसे ज्यादा बार सांसद रह चुके हैं. हुकुमदेव नारायण ने इस सीट पर 5 बार जीत दर्ज की है. इस समय इस सीट पर उनके बेटे अशोक कुमार यादव सांसद हैं. बीजेपी ने उन्हें 2019 के लोकसभा चुनाव में टिकट दिया था और उन्होंने पार्टी के लिए जीत भी हासिल की.
2019 के चुनावी परिणामों की बात करे तो अशोक कुमार को 5,95,843 वोट मिले थे. वीआईपी के उम्मीदवार बद्री कुमार पूर्बे को इस सीट पर 1,40,903 वोट मिले हुए थे. बीजेपी उम्मीदवार ने करीब 5 लाख (4,54,940) वोटों से इस सीट पर जीत दर्ज की थी. इस सीट पर करीब 6 हजार लोगों ने NOTA का बटन दबाया था.
साल 2014 के चुनावी परिणामों की बात करे तो तब इस सीट से अशोक कुमार यादव के पिता हुकुमदेव नारायण ने जीत दर्ज की थी. उनकी यह पांचवी बार जीत थी. 2014 के चुनाव में हुकुमदेव नारायण को 3,58,040 वोट मिले हुए थे. उन्होंने राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के उम्मीदवार अब्दुल बारी सिद्धकी को हराया था. अब्दुल बारी सिद्धकी को इस चुनाव में 3,37,505 वोट मिले हुए थे. जनता दल यूनाइटेड (JDU) के उम्मीदवार प्रोफेसर गुलाम गौस को 56,392 वोट ही मिले थे.
इस सीट के जातीय समीकरण की बात करे तो यहां ब्राम्हण वोटो की संख्या ज्यादा है. इसके बाद इस सीट पर यादव मतदाता है. अति पिछड़ा समाज के मतदाताओं की संख्या करीब 6 लाख है. दलित 2 लाख के आसपास है. मालूम हो कि मधुबनी की चित्रकला देश और दुनिया में प्रसिद्ध है.