मधुबनी . 26 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी त्योहार के अवसर पर जिले में विधि व्यवस्था संधारण के लिए डीएम अरविंद कुमार वर्मा ने जिले के सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को जरूरी निर्देश दिया है. डीएम ने कहा है कि श्रीकृष्ण जन्माष्टमी त्योहार 26 अगस्त को मनाये जाने की सूचना है. इसके एक दिन पूर्व चांद के दिखने पर 25 अगस्त को चेहल्लुम भी मनाया जाने की सूचना है. जिसके लिए पूर्व में पूर्वाभास के प्रतिवेदन के आलोक में जिला स्तर से संयुक्त आदेश निर्गत किया जाएगा. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर विशेष निगरानी रखने की आवश्यकता है. इस अवसर पर विभिन्न स्थलों पर श्रीकृष्ण की मूर्ति स्थापित की जाती है. साथ ही कई स्थानों पर पालना भी रखा जाता है. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पूजा देर रात्रि तक चलती है एवं देर रात तक मंदिरों एवं सड़कों पर लोगों का आवागमन बना रहता है. इस अवसर पर कई स्थानों पर मेला लगाया जाता है. वहीं सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किया जाता है. डीएम ने कहा है कि प्रायः ऐसा देखा गया है कि कुछ शरारती तत्वों द्वारा महिलाओं के साथ छींटाकशी व छेड़खानी की भी संभावना बनी रहती है. इसी तरह हिंदू मुस्लिम मिश्रित आबादी वाले क्षेत्रों में मंदिरों में देर रात तक भजन कीर्तन तथा लाउडस्पीकर बजाने को लेकर विवाद होने की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता है. श्रीकृष्ण जन्मोत्सव के दूसरे दिन गाजे बाजे के साथ मूर्ति विसर्जन भी किया जाता है. जहां मार्ग विवाद, मस्जिद के सामने से जुलूस के गुजरने एवं अश्लील गाना बजाने जाने के कारण हिंदू- मुस्लिम समुदाय में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो जाती है. श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर्व के अवसर पर विधि व्यवस्था बनाए रखने के लिए निरोधात्मक कार्रवाई करना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है. साथ ही अपने-अपने क्षेत्र में एसडीओ व डीएसपी समीक्षा कर आवश्यकता अनुसार संवेदनशील पूजा स्थलों पर दंडाधिकारी के साथ पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्त करने को सुनिश्चित करने का भी निर्देश डीएम ने दिया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है