मेनका मल्लिक को साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार से किया गया सम्मानित
कन्हौली पंचायत के मल्लिक टोल गांव की बहू मेनका मल्लिक को 12 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित मैथिली-हिन्दी-नेपाली साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
खजौली. प्रखंड क्षेत्र के कन्हौली पंचायत के मल्लिक टोल गांव की बहू मेनका मल्लिक को 12 जुलाई को बेंगलुरु में आयोजित मैथिली-हिन्दी-नेपाली साहित्य अकादमी अनुवाद पुरस्कार से सम्मानित किया गया. साहित्य अकादमी के अध्यक्ष माधव कौशिक ने मेनका मल्लिक को चादर, मोमेंटो एवं पचास हजार नगद प्रदान कर सम्मानित किया. यह पुरस्कार उन्हें नेपाली भाषा के उपन्यास ””””नीलकंठ”””” का मैथिली अनुवाद के लिए दिया गया है. यह किताब वर्ष 2021 में साहित्य अकादमी से प्रकाशित हुई थी. विदित हो कि इस पुरस्कार के लिए वर्ष 2017 से 2021 के बीच देश भर से मैथिली में अनुदित किताबों में अंतिम रूप से चयनित ग्यारह किताबों में सर्वश्रेष्ठ अनुवाद के रूप में सर्वसम्मति से ””””नीलकंठ”””” का चयन किया गया है.””””नीलकंठ”””” नेपाली भाषा का एक सामाजिक उपन्यास है. मैथिली में इनकी छह पुस्तकें प्रकाशित हैं. जिनमें चार अनुवाद की पुस्तकें सम्मिलित हैं. तीन किताबों का नेपाली से एवं एक किताब डोगरी से मैथिली में अनुदित हैं. ””””नीलकंठ”””” इनके द्वारा नेपाली भाषा से अनुदित तीसरी किताब है. इनकी दो मौलिक किताबें ””””गेल्ह सभ झाड़ैत अछि पांखि (कविता संग्रह) और ””””स्त्री, राति आ प्लेटफार्म नम्बर तेरह (कथा संग्रह) प्रकाशित हैं. मेनका मल्लिक बेगूसराय के रंगमंचों पर सक्रिय रही हैं. मैथिली, हिंदी और नेपाली नाटकों में अभिनय किया है. बेगूसराय की चर्चित नाट्य-संस्था ””””नवतरंग”””” की ओर से अन्तर्राष्ट्रीय मैथिली नाट्य समारोह में बतौर अभिनेत्री भाग लिया है. इनके सफलता पर विधायक मीणा कामत, विधायक अरुण शंकर प्रसाद, कन्हौली पंचायत के मुखिया अर्जुन सिंह, पूर्व मुखिया रामाशीष सिंह, जिप सदस्य दीपक कुमार सिंह, प्रमुख कुमारी उषा, सरपंच रामचंद्र सिंह सहित दर्जनों लोगों ने बधाई दी है.
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