Madhubani News : 20 दिनों से नहीं बन रहा मध्याह्न भोजन, नाराज ग्रामीणों ने किया हंगामा

Madhubani News : अनुमंडल के कछुआ पंचायत स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय बिजलीपुर में पिछले 20 दिनों से मध्याह्न भोजन का स्वाद छात्र नहीं ले रहे हैं. प्रभारी ईंधन की अनुपलब्धता का हवाला दे रहे हैं.

By Prabhat Khabar News Desk | August 9, 2024 9:33 PM
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Madhubani News : झंझारपुर. अनुमंडल के कछुआ पंचायत स्थित राजकीय प्राथमिक विद्यालय बिजलीपुर में पिछले 20 दिनों से मध्याह्न भोजन का स्वाद छात्र नहीं ले रहे हैं. प्रभारी ईंधन की अनुपलब्धता का हवाला दे रहे हैं. जबकि प्रत्येक दिन मध्यान्ह भोजन पोर्टल पर 80 से 85 छात्रों की उपस्थिति दर्शायी जा रही है. इसकी जानकारी मिलते ही बिजलीपुर गांव के ग्रामीणों ने स्कूल पर पहुंचकर हंगामा किया. ग्रामीण कार्रवाई करने की मांग कर रहे थे. स्कूल के अध्यक्ष सह वार्ड सदस्य ने भी स्कूल प्रभारी पर कई गंभीर आरोप लगाये हैं. ग्रामीण रमेश कुमार सिंह, चंद्रशेखर यादव, लक्ष्मी नारायण यादव, भारत कुमार, राम नारायण राउत, लालटुन साहू, भोला यादव आदि ने कहा कि पिछले 20 दिनों से स्कूल प्रभारी द्वारा गैस उपलब्ध नहीं होने के नाम पर मध्यान्ह भोजन नहीं बनाया जा रहा है. जबकि मध्यान्ह भोजन के पोर्टल पर प्रत्येक दिन करीब 80 से 85 छात्रों का इंट्री किया जाता है.

Madhubani News : वॉशरूम जाने पर शिक्षक मँगवाते हैं छात्रों से पानी

ग्रामीणों का आरोप था कि एमडीएम का रजिस्टर भी प्रभारी अपने घर पर रखते हैं. ग्रामीणों ने कहा कि स्कूल में मात्र 20 से 25 बच्चे ही प्रतिदिन पहुंचते हैं. लेकिन प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा प्रतिदिन 80 से 85 छात्रों की उपस्थिति एमडीएम में दर्शाया जाता है. जबकि यहां मध्यान्ह भोजन बनता ही नहीं है. बुधवार को 83 बच्चों का मध्याह्न भोजन पोर्टल पर हाजिरी बनायी गयी थी. 15-20 दिन से रसोइया सोनिया देवी एवं देवो देवी को भी स्कूल आने से प्रभारी द्वारा मना कर दिया गया है. ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रभारी प्रधानाध्यापक केशव कुमार दीपक द्वारा स्कूल परिसर स्थित चापाकल उखाड़ कर उसके पाइप को भी बेच दिया गया है. शिक्षकों को वॉशरूम जाने पर छात्रों से पानी मंगवाया जाता है. रसोईघर में शौचालय वाला बेसिन रखा गया है. वर्ग दो की छात्रा निराला कुमारी ने बताया कि वह स्कूल में मध्याह्न भोजन नहीं बनने के कारण घर से ही लंच करके स्कूल आती है. शिक्षिका कुसुम कुमारी, आकांक्षा चौधरी, बौए लाल महतो ने भी मध्याह्न भोजन नहीं बनने की बात स्वीकारी है.

प्रधानाध्यापक ने अस्वीकारी ग्रामीणों कि मध्यान्ह भोजन ना बनने कि बात

स्कूल के अध्यक्ष सह वार्ड सदस्य रविंद्र कुमार यादव ने कहा कि जानकारी होने पर चार से पांच दिन स्कूल पर आकर प्रभारी से मध्यान्ह भोजन एवं अन्य मामलों को लेकर वार्ता की थी. लेकिन प्रभारी इन बातों को अनसुना करते हैं. मालूम हो कि राजकीय प्राथमिक विद्यालय बिजलीपुर में कुल 102 नामांकित छात्र-छात्रा है. इसमें चार शिक्षक है. दो रसोईया व दो टोला सेवक हैं. गुरुवार के दिन 20 छात्रों की हाजिरी बनाई गई थी. प्रभारी प्रधानाध्यापक केशव कुमार दीपक ने ग्रामीण द्वारा बताई गई 20 दिन से मध्यान्ह भोजन नहीं बनाये जाने की बात को खारिज करते हुए कहा कि 7 दिनों से मध्याह्न भोजन नहीं बनाया गया है. कहा कि 2 महीने से गैस का पैसा नहीं आया है. कभी-कभी गैस एजेंसी द्वारा गैस पहुंचाया जाता है. तब मध्यान्ह भोजन बनाई जाती है. पोर्टल पर इतने छात्रों की हाजिरी के बावत उन्होंने चुप्पी साध ली.

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