अल्पसंख्यक युवाओं को रोजगार के लिए दिया जाएगा प्रशिक्षण
मुस्लिम समुदाय के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के मकसद से शुरू की गई मुख्यमंत्री श्रमशक्ति कौशल विकास योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा.
मधुबनी. अल्पसंख्यक वर्ग खासकर मुस्लिम समुदाय के लोगों को आत्मनिर्भर बनाने और उनके जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के मकसद से शुरू की गई मुख्यमंत्री श्रमशक्ति कौशल विकास योजना के तहत बेरोजगार युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा. जिला अल्पसंख्यक कल्याण कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत जिले के 20 हजार 610 अभ्यर्थियों को नि:शुल्क प्रशिक्षण दिया जाना है. इसके लिए लक्ष्य निर्धारित किया गया है. बता दें मुख्यमंत्री श्रमशक्ति योजनान्तर्गत अल्पसंख्यक समुदाय के युवक व युवतियों को 10 ट्रेड में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन होगा. इसके लिए अभ्यर्थियों को बिहार राज्य अल्पसंख्यक वित्तीय निगम के वेबसाइट पर 26 जुलाई तक ऑनलाइन आवेदन करना होगा. आवेदन पत्र के साथ आय प्रमाणपत्र, आवासीय प्रमाणपत्र, आधार कार्ड, शैक्षणिक योग्यता प्रमाणपत्र एवं अनुभव प्रमाणपत्र हो तो जमा करना होगा. यह प्रशिक्षण अलग-अलग ट्रेड में आयोजित होंगे. जिसके लिए योग्यता अलग-अलग होगी. जिन ट्रेड में प्रशिक्षण आयोजित किया जाना वे हैं -इरिगेशन सर्विस, टेक्निीशियन, सोन टाइलिंग, फेलोथिटो मिस्ट, सौलर पंप टक्निीशियन, टू-व्हीलर सर्विस, लाईट मोटर ब्हीकल, औद्योगिक वाटर डिस्ट्रीब्यूशन सिस्टम-मल्ट्री स्किल, प्लम्बर जेनरल एवं टू ब्हीलर सर्विस टेक्निीशियन ट्रेड शामिल है. इस सबंध में जिला अल्पसंख्यक कल्याण विभाग के सहायक निदेशक हेमंत कुमार ने कहा कि उपरोक्त ट्रेडों में प्रशिक्षण के लिए उम्र 18-45 वर्ष निर्धारित है. आवेदक की अधिकतम वार्षिक आय 4 लाख 50 हजार से अधिक नहीं होनी चाहिए. जिलें में विभिन्न कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रमों के लिए प्राप्त आवेदक की शार्ट लिस्टिंग निगम द्वारा की जाएगी. योग्यता समान होने की स्थिति में अधिक आयु वाले आवेदक को प्राथमिकता दी जाएगी.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है