Madhubani News. अंताक्षरी प्रतियोगिता में मीराबाई टीम ने मैथिली शरण गुप्त टीम को हराया
मधेपुर शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में अंताक्षरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसका उद्देश्य छात्र-छात्राओं में भारतीय साहित्य के प्रति उत्साह एवं जागरूकता पैदा करना था.
Madhubani News. झंझारपुर. मधेपुर शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में अंताक्षरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. जिसका उद्देश्य छात्र-छात्राओं में भारतीय साहित्य के प्रति उत्साह एवं जागरूकता पैदा करना था. कार्यक्रम का प्रारम्भ कॉलेज के प्राचार्य डा सैफुल्लाह खां, शिक्षक एवं छात्राध्यापक द्वारा सामुहिक रूप से किया प्रतिभागी को चार ग्रुप में विभक्त किया गया था. प्रथम पुरुष ग्रुप का नाम देश के महान कवि, कविवर मैथिली शरण गुप्त के सम्मान में मैथिली शरण गुप्त रखा गया. जबकि दूसरे ग्रुप का नाम कविवर रामधारी सिंह दिनकर के आदर में रामधारी सिंह दिनकर ग्रुप रखा गया. इसी प्रकार प्रतिभागी लड़कियों को भी दो ग्रुप में विभक्त किया गया. जिसका नाम कवयित्री महादेवी वर्मा एवं मीराबाई के सम्मान में क्रमश: महादेवी वर्मा एवं मीराबाई टीम रखा गया. प्रतियोगिता तीन चरण में संपन्न हुआ, प्रथम चरण में मैथिली शरण गुप्त टीम ने रामधारी सिंह दिनकर को दो अंक से पराजित किया. वहीं दुसरे चरण में लड़कियों की मीराबाई टीम ने महादेवी वर्मा टीम को तीन अंक से पराजित किया. तीसरे एवं अंतिम चरण में लड़कियों के ग्रुप से बिजय टीम मीराबाई ने मैथिली शरण गुप्त, लड़का के विजय टीम को एक अंक से पराजित किया. प्रतियोगिता अत्यत ही दिलचस्प एवं मनमोहक था. जिसका आनंद मंच पर उपस्थित प्राध्यापक बिमलेश कुमार सिंह, गौरीशंकर ठाकुर, सुशील कुमार राय, डॉ० जयशंकर झा, वही डीएलएड के एचओडी अब्दुल मन्नान व्याख्याता, विकास कुमार सुमन, विकास कुमार पूर्व, मुजाहिद हुसैन, सनाउल्लाह एवं नौशाद आलम इत्यादि ने लिया. प्रतिभागी छात्राध्यापक मोहम्मद जहांगीर, रामप्रवेश साहू, नवीन कुमार चौधरी, जटेश कुमार मिश्रा, जाहिद हुसैन एवं धर्मेंद्र कुमार यादव ने बढ़ चढ़कर प्रतियोगता में भाग लिया. जबकि छात्राध्यापिका सृष्टि भारती, श्वेता कुमारी, शगुफ्ता परवीन एवं नरगिस हाशमी ने उत्क्रीष्ट प्रदर्शन किया. प्रतियोगिता के मंच संचालन का कार्य महाविद्यालय के सीनियर प्राध्यापक बिमलेश कुमार सिंह ने किया. वहीं, तिलावत कुरान महाविद्यालय के डीएलएड के एचओडी, अब्दुल मन्नान व सरस्वती वंदना डीएलएड के व्याख्याता, श्रीमती पिंकी कुमारी द्वारा संपन्न किया गया. जबकि धन्यवाद ज्ञापन बीएड के सीनियर प्राध्यापक गौरी शंकर ठाकुर द्वारा संपन्न किया गया.
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