मधुबनी.
जिला स्थापना दिवस के अवसर पर भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से हुई. कार्यक्रम में स्थानीय और बाहरी कलाकारों ने अपनी अद्भुत प्रस्तुतियों से दर्शकों का मन मोह लिया. शुरुआत में कलाकारों ने जहां भगवान गणेश की वंदना कर पूरे कार्यक्रम को शुभता का आभास कराया. वहीं इसके बाद विभिन्न पारंपरिक नृत्यों, लोक गीतों और नाटकों की प्रस्तुति ने सभागार में बैठे लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया. कलाकारों ने मधुबनी की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को शानदार तरीके से प्रस्तुत किया. मिथिला रत्न कुंजबिहारी मिश्र एवं प्रसिद्ध उद्धोषक राम सेवक ठाकुर ने मिलकर मिथिला के नतवा स बढि गेलै शान यौ. जिसे लोगों ने खूब सराहा. जमकर तालियां बजी. इसके बाद कई गीत गाये गये. जिस पर दर्शक, श्रोता देर रात तक झूमते रहे. देर रात तक चले कार्यक्रम में स्थानीय शास्त्रीय गायन और नृत्य प्रस्तुतियों के साथ-साथ आधुनिक कला की प्रस्तुति हुई. इस अवसर पर मौजूद गणमान्य व्यक्तियों ने कार्यक्रम की सराहना की और कलाकारों का उत्साहवर्धन किया. वहीं स्थापना दिवस पर इस सांस्कृतिक आयोजन ने जिले के इतिहास और परंपराओं को जीवंत कर दिया. कार्यक्रम का समापन सामूहिक नृत्य और गीत के साथ हुआ, जिसने समस्त दर्शकों को आनंद व उल्लास से भर दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है