Madhubani News. मधुबनी . विगत एक माह से झुलसा देने वाली गर्मी से मंगलवार को काफी सुकून मिला. मंगलवार सुबह में चली पुरबा और दोपहर बाद हुई हल्की बारिश के बाद लोगों को गर्मी से राहत मिली. सोमवार को मानसून का पारा 37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था, जो मंगलवार को लुढ़क कर 32 पहुंच गया है. मौसम में आई तब्दीली से 36 घंटे का निर्जला जितिया व्रत करने वाली व्रतियों को भी राहत मिली. मौसम विभाग पूसा के वरिष्ठ वैज्ञानिक सह नोडल पदाधिकारी डा. ए. सत्तार ने बताया है कि मानसून के सक्रिय होने के कारण 26-30 सितंबर तक जिले में बारिश की संभावना बन रही है. उन्होंने कहा कि अगले 24 घंटे में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है. 24 घंटे के बाद भी अधिकांश जगहों पर हल्की हल्की वर्षा की संभावना है. इस अवधि में तापमान का पारा 32 से 24 डिग्री सेल्सियस रहेगा. इस दौरान 16-20 प्रति किलो मीटर की रफ्तार से पुरबा हवा चलने का अनुमान है. मंगलवार को अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.5 डिग्री सेल्सियस कम रहा. वही न्यूनतम तापमान 25 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 0.7 डिग्री सेल्सियस कम रहा. मरीजों की संख्या में भी कमी तपिश में आई नरमी, बारिश एवं जितिया पर्व के कारण सदर अस्पताल में मरीजों की संख्या में भी कमी दर्ज की गई. इस बीच बारिश के बाद उमस भरी गर्मी से मिली राहत के कारण मंगलवार को अस्पताल में मरीज सामान्य दिनों की अपेक्षा कम रहा. सदर अस्पताल के ओपीडी रजिस्ट्रेशन काउंटर पर शनिवार को महज 370 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया. इसमें सर्दी, खांसी, बुखार, पेट दर्द, मानसिक रोग एवं चर्म रोग से पीड़ित मरीज शामिल रहे. सबसे अधिक मेल ओपीडी में सर्दी खांसी, बुखार, पेट दर्द, बीपी से पीड़ित 115 मरीज, स्त्री एवं प्रसूति रोग ओपीडी में 105, आर्थोपेडिक ओपीडी में 117, आईं ओपीडी में 10 , चाइल्ड ओपीडी में 20 शामिल थे. मेल ओपीडी के चिकित्सा पदाधिकारी डा. मेराज अकरम ने कहा कि भीषण गर्मी के बाद हुई बारिश से सावधानी बरतकर अपने को सुरक्षित रखा जा सकता है. चिकित्सक ने कहा कि किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर पीड़ित व्यक्ति को इलाज के लिए अपने चिकित्सक व नजदीकी अस्पताल में जाना चाहिए. ताकि समय रहते बीमारी का पता लगाकर उसका सही इलाज किया जा सके. 370 मरीजों का काटा गया पर्ची मंगलवार को सदर अस्पताल के ओपीडी काउंटर पर 370 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया. इसमें मेल ओपीडी में 115 मरीजों का इलाज डॉक्टर मेराज अकरम ने किया. डॉ. अकरम ने कहा कि वर्तमान समय में सर्दी खांसी बुखार व पेट दर्द से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है. ऑर्थोपेडिक ओपीडी के डॉ. विक्रम सिंह रैगर ने कहा कि इस समय में अधिकांश मरीज कमर दर्द व पेट दर्द से पीड़ित थे. गायनिक ओपीडी की डॉ सना फातमा ने कहा कि गर्भवती महिला सहित महिला रोग से संबंधित 105 मरीजों को इलाज कर उचित सलाह दी गई. कैसे करें बचाव सिविल सर्जन डॉ नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा कि कुछ सावधानियां बरतकर बदलते के मौसम में होने बाली बीमारियों से बचा जा सकता है. घरों के आसपास पानी इकट्ठा नहीं होने दे. बरसात के मौसम में डेंगू, चिकनगुनिया सहित जल जनित बिमारियों का खतरा बढ जाता है. बारिश में भीगने से बचना चाहिए. मच्छरदानी एवं एंटी मास्क्युटो लोशन का उपयोग करना चाहिए.
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