Madhubani News. मधुबनी. जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्र के दुर्गा मंदिरों व पूजा पंडालों में कलश स्थापन के साथ 3 अक्टूबर को शारदीय नवरात्र की शुरुआत होगी. धर्मशास्त्रों में कहा गया है कि देवी शैलपुत्री की निष्ठापूर्वक आराधना करने से भक्तों की सभी मनोकामना पूरी हो जाती है. उनकी अभयदानी वाली मुद्रा भक्तों का सदा कल्याण करती है. शारदीय नवरात्र को लेकर जिला मुख्यालय सहित ग्रामीण क्षेत्रों के देवी मंदिरों का रंगरोगन कर उसे आकर्षक तरीके से सजाया जा रहा है. वहीं जगह-जगह पूजा पंडालों को निर्माण कर उसमें कृत्रिम प्रकाश की व्यवस्था की जा रही है. मूर्तिकार मां दुर्गा सहित अन्य देवी-देवताओं की प्रतिमाओं को अंतिम रूप देने में जुटे हुए हैं. शहर के सप्तेश्वरी दुर्गा मंदिर, गंगासागर परिसर स्थित महाराज कामेश्वर सिंह रामेश्वरी लता दुर्गा मंदिर, आदर्शनगर दु्र्गा मंदिर, गिलेशन दुर्गा मंदिर, भौआड़ा स्थित दुर्गा मंदिर सहित 15 जगहों पर मां दुर्गा की आराधना की तेयारी की जा रही है. जहां सुबह से ही भक्तों का हुजूम उमड़ने की संभावना है. जगह-जगह निकाली जाएगी कलश शोभायात्रा शारदीय नवरात्र पहले दिन 3 अक्टूबर को शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में कुमारी कन्याएं व महिलाएं कलश शोभायात्रा निकालेगी. जिसके लिए तेयारी पूरी कर ली गयी है. देवी मंदिरों की साफ-सफाई कर देवी दुर्गा की आराधना के लिए आवश्यक तैयारी पूरी की जा रही है. शारदीय नवरात्र को लेकर जिले का संपूर्ण वातावरण अभी से ही आध्यात्मिक होता दिख रहा है. शारदीय नवरात्र का शुभ मुहूर्त पं. कांतिधर झा के अनुसार 3 अक्टूबर की सुबह 06:15 बजे से 07:22 बजे तक कलश स्थापन का शुभ मुहूर्त है. सुबह में कलश स्थापन का शुभ समय एक घंटा 7 मिनट है. वहीं इसके बाद कलश स्थापन का शुभ मुहूर्त दिन के 11:46 बजे से दोपहर 12:33 बजे तक है. इस अवधि में कलश स्थापन करना शुभ फलदायी होगा.
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