प्रसव कराने की कोशिश में नवजात की गयी जान, जांच की मांग

अनुमंडल अस्पताल के प्रसव वार्ड में एक नवजात की मौत हो जाने का मामला सामने आया है. परिजन ने इस मामले में कर्मी पर हत्या का आरोप लगा जांच की मांग की है.

By Prabhat Khabar Print | July 1, 2024 10:55 PM

झंझारपुर. अनुमंडल अस्पताल के प्रसव वार्ड में एक नवजात की मौत हो जाने का मामला सामने आया है. परिजन ने इस मामले में कर्मी पर हत्या का आरोप लगा जांच की मांग की है. फुलपरास थाना क्षेत्र के बैका गांव निवासी रसिक लाल पंडित के पुत्र रामकुमार ने अनुमंडल अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ रमन पासवान को आवेदन देकर पर प्रसव वार्ड के स्टाफ, नर्स एवं ममता पर गलत उपचार करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. आवेदन में बताया है कि 27 जून को सुबह 5:00 बजे वह अपनी पत्नी कल्पना देवी को लेकर अस्पताल पहुंचे. जहां चिकित्सक ने देखा और प्रसव के लिए 12:00 बजे का समय दिया. कुछ घंटे बाद इंदू देवी नामक ममता ने मरीज को प्रसव वार्ड में जबरन ले गयी. आरोप है कि विरोध करने पर मरीज को अंदर ले जाकर प्रसूता के साथ मारपीट भी की और गुप्तांग में ब्लेड लगाया गया. इसके बाद ममता जबरन बच्चे को बलपूर्वक निकालने की कोशिश करने लगी. इस कोशिश में नवजात का आधा शरीर ही गर्भ से बाहर आ सका. इस दौरान अधिक रक्तस्राव होने से मरीज मरणासन्न स्थिति में चली गयी. हंगामा होने के बाद महिला चिकित्सक पुष्पा कुमारी पहुंची. उसने मरीज को देखा और तुरंत रेफर कर दिया. आवेदक का कहना है कि निजी अस्पताल में जाकर किसी तरह प्रसूता की जान बचायी जा सकी. पर नवजात की मौत हो गयी थी. जानकारी के अनुसार 27 जून को डॉ सतीश कुमार रात्रि ड्यूटी पर थे. 8:00 बजे सुबह उनकी ड्यूटी खत्म होने के बाद डॉक्टर साकेत चौधरी और डॉ पुष्पा कुमारी ड्यूटी पर पहुंची. इस दौरान ममता जबरन मरीज को प्रसव वार्ड में ले जाकर इलाज करने लगी. आवेदक का कहना है कि अस्पताल प्रबंधन, पूरी व्यवस्था उस समय के ऑन ड्यूटी चिकित्सक व नर्स, सभी इस हत्याकांड में बराबर के दोषी हैं. समाचार प्रेषण तक पुलिस के पास मामला नहीं पहुंचा है. उपाधीक्षक डॉ रमन पासवान ने कहा आवेदन मिला है. मामला गंभीर है. विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी.

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