Madhubani News. जनवरी को मात दे रहा नवंबर का कोहरा, रफ्तार पर लग ब्रेक

नवंबर के दूसरे सप्ताह में ही कुहासा दिसंबर - जनवरी को मात दे रहा है. बीते एक सप्ताह से इस प्रकार सुबह में घना कोहरा छा रहा है कि लोगों को हाथ – हाथ सुझाई नहीं देता. विजिबिलिटी महज दस से पंद्रह मीटर ही है.

By Prabhat Khabar News Desk | November 17, 2024 10:31 PM

Madhubani News मधुबनी. नवंबर के दूसरे सप्ताह में ही कुहासा दिसंबर – जनवरी को मात दे रहा है. बीते एक सप्ताह से इस प्रकार सुबह में घना कोहरा छा रहा है कि लोगों को हाथ – हाथ सुझाई नहीं देता. विजिबिलिटी महज दस से पंद्रह मीटर ही है. जिस कारण वाहनों के रफ्तार पर पूरी तरह ब्रेक लग गया है. कुहासा शाम के बाद ही छाने लगता है. शनिवार की रात पटना से मधुबनी अपने चार पहिया वाहन से आ रहे लंबोदर झा, दमन झा, गजानन बताते हैं कि मुजफ्फरपुर तक ठीक ठाक आये. पर रात करीब आठ बजे के बाद जैसे ही मुजफ्फरपुर से आगे एनएच पर वाहन निकला, इस कदर कुहासा छा गया कि दस से पंद्रह किलोमीटर की रफ्तार से चार पहिया वाहन को लेकर चलना पड़ा. कई जगह वाहन को रुक रुक कर खड़ा करना पड़ रहा था. करीब तीन घंटे का समय मधुबनी पहुंचने में लगा. तापमान में गिरावट बीते तीन चार दिनों में ही तापमान में तीन से चार डिग्री सेल्सियस तक की गिरावट दर्ज की गयी है. मौसम विभाग पूसा से मिली जानकारी के अनुसार बीते 13 नवंबर को अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस था. जो सामान्य से 1 डिग्री अधिक रहा. जबकि न्यूनतम तापमान भी 17.6 डिग्री सेल्सियस था. यह सामान्य से 1.3 डिग्री सेल्सियस अधिक रिकॉर्ड किया गया. पर रविवार को अधिकतम तापमान 26 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. जो सामान्य से 1 डिग्री सेल्सियस कम है. इसी प्रकार न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया. यह सामान्य से करीब दो डिग्री सेल्सियस कम रहा. यदि बीते साल 2023 में नवंबर की बात करें तो 13 नवंबर से 17 नवंबर के बीच तापमान सामान्य से अधिक रहा था. 17 नवंबर 2023 को तापमान 30 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया था. यानि कि बीते साल की तुलना में तापमान चार डिग्री सेल्सियस नीचे गया है. तीन चार दिनों तक छाया रहेगा कोहरा मौसम वैज्ञानिक ए सत्तार ने बताया है कि आने वाले तीन चार दिनों तक इसी प्रकार घना कोहरा छाया रह सकता है. उसके बाद कुहासा में कमी आयेगी. इधर, अचानक तापमान में गिरावट होने से ठंड बढ़ गयी है. घरों में रखे कंबल, रजाई, स्वेटर व अन्य ऊनी कपड़े निकलने लगे हैं. बच्चों के लिये स्कूली ड्रेस में अब स्वेटर व ब्लेजर लगाने के लिये माता बहनें नये कपड़े खरीदारी करने लगे हैं.

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