50 लाख आबादी के लिए एक फागिंग मशीन, 58 बेड के लिए 20 मेडिकेटेड मच्छरदानी
जिले में डेंगू से बचाव की तैयारी कागज पर अधिक तेजी से दौड़ रहा है. हकीकत में विभाग के पास संसाधन का नितांत अभाव है. जिससे आने वाले दिनों में लोगों को परेशानी हो सकती है.
मधुबनी . जिले में डेंगू से बचाव की तैयारी कागज पर अधिक तेजी से दौड़ रहा है. हकीकत में विभाग के पास संसाधन का नितांत अभाव है. जिससे आने वाले दिनों में लोगों को परेशानी हो सकती है. बता दे कि डेंगू से बचाव की तैयारी जून माह से ही शुरु कर दी गई थी. जुलाई माह को एंटी डेंगू माह के रुप में मनाया गया. इसके लिए जिला से लेकर प्रखंड तक विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन कर लोगों को डेंगू से बचाव के लिए जागरुक भी किया गया. स्वास्थ्य विभाग इससे बचाव के लिए कई स्तरों पर तैयारी का दावा कर रहा है.
संसाधन को जानें
जिले के 50 लाख की आबादी के लिए विभाग के पास 1 फॉगिंग मशीन कार्यरत है और चार मशीन खराब है. जिले सदर अस्पताल सहित प्रखंडों में 56 विशेष डेंगू वार्ड बनाया गया है. इसके लिए मात्र 20 मेडिकेटेड मच्छरदानी विभाग द्वारा उपलब्ध कराया गया है. बता दें कि साल 2023 में जिले में 79 डेंगू मरीजों को चिन्हित किया गया था. राहत की बात यह है, कि जिले में अब तक डेंगू के एक भी मरीज चिन्हित नहीं हुआ है. जबकि राज्य के कई जिलों में डेंगू ने दस्तक दे दी है.
ये है तैयारी
डेंगू मरीजों के लिए 58 विशेष डेंगू वार्ड बनाया गया है. इसमें सदर अस्पताल में 8, चारों अनुमंडलीय अस्पतालों में 4-4 एवं 11 सीएचसी एवं 8 पीएचसी में 2- 2 वार्ड शामिल हैं. डेंगू से बचाव के लिए जिला में रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया गया है और एक नियंत्रण कक्ष बनाया गया है. जिले के 50 चिकित्सा पदाधिकारीयों को डेंगू एवं चिकनगुनिया के क्लीनिकल मैनेजमेंट से संबंधित प्रशिक्षण दिया गया है. जिले में फागिंग के लिए 7 किलोग्राम टेक्निकल मालाथियोन उपलब्ध कराया गया है. सभी स्वास्थ्य केन्द्रों में डेंगू जांच के लिए एनएस 1 एंटीजन किट उपलब्ध है. जबकि सदर अस्पताल में कंफर्मेटरी डेंगू जांच के लिए एलिजा किट और एलिजा रीडर मशीन उपलब्ध है. डेंगू एवं चिकनगुनिया के रोग, कारण, उपचार एवं सावधानियों के बारे में जानकारी के लिए जिले के 50 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी को प्रशिक्षण दिया गया है. सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में कंपोनेंट सेपरेटर नहीं होने के कारण प्लेटलेट्स के लिए डीएमसीएच से संबद्ध किया गया है. चिन्हित डेंगू मरीज के घरों के 500 मीटर परिक्षेत्र में फागिंग की जाती है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है