फुलपरास . झंझारपुर संसदीय क्षेत्र के लौकही प्रखंड के महथौर गोठ गांव में ग्रामीणों ने सड़क व पुल की समस्या को लेकर वोट का बहिष्कार कर दिया. गांव में कुल 2245 मतदाता हैं और प्राथमिक विद्यालय महथौर गोठ पर दो मतदान केंद्र बनाये गये थे. बूथ संख्या 284 एवं 285. ग्रामीणों का कहना है कि 285 पर स्थानीय प्रशासन द्वारा दबाव बनाकर गांव के चौकीदार से जबरन एक वोट डलवा लिया. जबकि 284 पर पूर्ण रूप से ग्रामीणों द्वारा वोट का बहिष्कार किया गया. ग्रामीणों का कहना है कि गांव के मुख्य सड़क का पुल पिछले आठ साल से ध्वस्त है. अभी तक इसका निर्माण नहीं हो सका है. ग्रामीणों ने बताया कि 2014 में पुल का निर्माण हुआ और 2017 में जाकर ध्वस्त हो गया जिसके कारण इस गांव के लोगों को भारी समस्या का सामना करना पड़ता है. पुल ध्वस्त रहने के कारण बरसात के दिनों में लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है. बीमार पड़ने पर किसी तरह गांव से बाहर मरीज को खाट के सहारे इलाज के लिए ले जाते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वोट देने के बाद कोई भी नेता घूमकर गांव नहीं आते हैं और यह गांव विकास के नाम से कोसों दूर है. आक्रोशित ग्रामीणों का कहना है कि गांव में सड़क और पुल नहीं तो वोट नहीं देने का फैसला लिया है. इधर दिन भर मतदान केंद्र पर सन्नाटा पसरा रहा. मतदान केंद्र पर मतदान कर्मी व पुलिस पदाधिकारी के अलावा एक भी मतदाता नजर नहीं आये. दिनभर मतदान केंद्र पर मतदाताओं का कर्मी इंतजार करते रहे लेकिन एक भी मतदाता मतदान करने के लिए बूथ पर नहीं पहुंचे. ग्रामीणों ने एक साथ होकर मतदान का बहिष्कार किया है. प्रखंड निर्वाची पदाधिकारी सह बीडीओ ने बताया कि एक बूथ पर वोट का बहिष्कार हुआ है.
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