Madhubani News. झंझारपुर. मधेपुर शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय के सभागार में संगोष्ठी का आयोजन किया गया. जिसका उद्देश्य शिक्षा और समाज के बीच संबंध को बताना था. कार्यक्रम की शुरुआत सामूहिक रूप से किया गया. तत्पश्चात महाविद्यालय के बीएड के छात्र जाहिद हुसैन द्वारा तिलावते कुरान एवं छात्रा सुधा कुमारी द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत की गई. संगोष्ठी के विषय ‘शिक्षा एवं समाज’ का परिचय महाविद्यालय के प्राचार्य डा सैफुल्लाह खां दिया. उन्होंने कहा कि शिक्षा एवं समाज में गहरा सम्बंध होता है. शिक्षा समाज का आएना है और समाज शिक्षा का प्रतिबिम्ब, समाज का व्यवहार एवं उसकी दिशा एवं दशा उसकी शिक्षा द्वारा तय की जाती है. महाविद्यालय के व्याख्याता मो मोजाहिद हुसैन ने बताया कि बगैर शिक्षा का समाज दिव्यांग होता है. वहीं व्याख्याता श्रीमती रीना कुमारी ने कहा कि समाज और शिक्षा एक दूसरे के बिना अधूरा होता है. इसके पश्चात बारी-बारी से महाविद्यालय के सभी प्राध्यापक एवं सभी छात्र-छात्रा ने अपने-अपने विचार प्रकट किये. बीएड प्रथम वर्ष की छात्रा सृष्टि भारती ने बताया कि व्यक्तित्व के विकास के लिए शिक्षा अत्यत आवश्यक है. शबनम तबारक के अनुसार तालीम वह औजार है. जो किसी भी पत्थर को काटने में सक्षम है. जटेश कुमार झा के अनुसार एक उत्तम समाज का निर्माण उस समाज की शिक्षा पर आधारित होता है. कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालक महाविद्यालय के प्राध्यापक सुशील कुमार राय ने किया एवं समापन टिप्पणी महाविद्यालय के दृश्यकला के प्राध्यापक गौरी शंकर ठाकुर ने किया. धन्यवाद ज्ञापन डीएलएड के व्याख्याता पिंकी कुमारी ने प्रस्तुत किया.
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