वार्ड नंबर 17 में पानी के लिए मचा हाहाकार, पानी के लिए दूसरों पर निर्भर हैं लोग
बढ़ते तापमान के बीच चापाकल सूखने और नल जल योजना का लाभ नहीं मिलने से जल संकट झेल रहे नगर निगम वार्ड 17 के सैकडों लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है.
मधुबनी . बढ़ते तापमान के बीच चापाकल सूखने और नल जल योजना का लाभ नहीं मिलने से जल संकट झेल रहे नगर निगम वार्ड 17 के सैकडों लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ रहा है. वार्ड के सैकडों लोगों को जल के लिए मोहल्ले के सबमर्सिबल पंप वाले लोगों से मिनत-आरजू करना पड़ता है. बता दें वार्ड 17 में पेयजल की वैकल्पिक व्यवस्था के रुप में सबमर्सिबल उपलब्ध नहीं कराई गई है. वार्ड में टैंकर से भी जलापूर्ति अब तक शुरु नहीं किया गया है. पार्षद सुनीता देवी ने बताया कि पानी की किल्लत झेल रहे लोगों के लिए टैंकर से जलापूर्ति की मांग किये जाने के बाद भी निगम प्रशासन उदासीन बना है. निगम का वार्ड 17 पहले रांटी पंचायत का हिस्सा था. जहां नल जल का काम हुआ था. लेकिन नल जल योजना पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है. आचार संहिता के कारण इसको ठीक नहीं कराया गया है. नहीं मिल रहा नल जल योजना का लाभ वार्ड नंबर 17 में नल जल का लाभ नहीं मिल रहा है. यहां नल जल योजना पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है. जिसका खामियाजा वार्ड के लोगों को भुगतना पड़ रहा है. लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. नल जल का लाभ नहीं मिलने के बाद भी टैंकर से पानी उपलब्ध नहीं कराई जा रही है. वार्डों में पांच-पांच सबमर्सिबल का मिला था आश्वासन 26 फरवरी को निगम बोर्ड की बैठक में यह निर्णय लिया गया था कि तत्काल वार्डों में पांच-पांच समरसेबल लगाया जाएगा. लेकिन तीन माह बीतने के बाद भी न तो सबमर्सिबल लगाया गया और ना ही नल जल योजना चालू कराया गया. दिन-ब-दिन पानी का लेयर नीचे जाने के कारण पेयजल की समस्या बढ़ती गई. जिसके कारण वार्ड के लोगों को दूसरे पर पानी के लिए निर्भर होना पड़ रहा है. वार्ड पार्षद डी सुनीता देवी ने बताया कि नगर निगम को कई बार इसकी सूचना दी गई. लेकिन समस्या का हल नहीं किया गया. क्या कहते हैं मेयर मेयर अरुण राय ने कहा कि आचार संहिता के कारण काम शुरू नहीं हुआ है. शीघ्र ही पानी की व्यवस्था की जाएगी.
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