मधुबनी. जिला केंद्रीय पुस्तकालय तिलक चौक के वाचनालय सह सभागार में पुस्तकालय विज्ञान के जनक पद्मश्री डॉ. एसआर रंगनाथन की जयंती सोमवार को मनायी गयी. कार्यक्रम की अध्यक्षता जिला केंद्रीय पुस्तकालय मधुबनी के पुस्तकालयाध्यक्ष डॉ. विजय शंकर पासवान ने की. कार्यक्रम को संबोधित करते हुए डॉ. विजय शंकर पासवान ने कहा कि डॉ. रंगनाथन न केवल पुस्तकालय विज्ञान के क्षेत्र में विशिष्टता प्राप्त किये थे बल्कि वे भारत के एक महान गणितज्ञ की श्रेणी में भी आते थे. डॉ. रंगनाथन द्वारा पुस्तकालय विज्ञान के क्षेत्र में प्रतिपादित 5 सूत्रों को प्रत्येक शिक्षण संस्थान एवं अन्य संस्थाओं में भी प्रयोग में लाया जा रहा है. डॉक्टर रंगनाथन बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. वे युगद्रष्टा के रूप में जाने जाते हैं. उन्होंने वर्गीकरण एवं सूचीकरण जैसे अनेक पुस्तकों की रचना की. जो आज भी पुस्तकालय विज्ञान संस्थानों में पढ़ाई जाती है. इस अवसर पर ओम प्रकाश सिंह, नेहा कुमारी नेहा, कौशल कुमार, आदित्य कुमार, नीतीश कुमार झा, रमेश कुमार, सरोज कुमार, निक्की झा, मुस्कान, खुशबू यादव, अफसाना परवीन, आनंद झा, मनीष कुमार, गोपाल भारती, ऋतिक कुमार, नंदनी कुमारी, अभिषेक कुमार सहित दर्जनों पाठक, पुस्तकालय के सदस्य व छात्र-छात्राएं मौजूद थे.
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