// // सड़क पर उड़ रहे धूलकण से लोगों का स्वास्थ्य हो रहा प्रभावित

सड़क पर उड़ रहे धूलकण से लोगों का स्वास्थ्य हो रहा प्रभावित

भटगामा पेट्रोल पंप से फुलचनीया बाजार की ओर जाने वाली सड़क ब्रमोतरा के समीप जर्जर बन गया है. सड़क पर एक दर्जन से अधिक गड्ढे बन गये हैं. वाहनों के आवाजाही से आस पास गांव की घनी आबादी प्रभावित हो रही है.

By Prabhat Khabar News Desk | April 7, 2024 10:15 PM

राजनगर. प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत भटगामा पेट्रोल पंप से फुलचनीया बाजार की ओर जाने वाली सड़क ब्रमोतरा के समीप जर्जर बन गया है. सड़क पर एक दर्जन से अधिक गड्ढे बन गये हैं. पत्थर भी उखड़कर बिखर गया है. वाहनों के आवाजाही के दौरान उड़ रहे धूलकण से आस पास गांव की घनी आबादी प्रभावित हो रही है. एकम्मा से पटवारा तक उड़ रहे धूलकण अंधेरा छाया रहता है. जिससे लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है. लोगों को महामारी फैलने की आशंका सता रही है. गांव के कई लोगों को सांस लेने में कठिनाई, खांसी, बुखार, असामान्य रूप से तेजी से श्वास लेना, सीने में दर्द होना, भूख में कमी, वजन घटने, थकान, स्किन डार्क जैसे गंभीर बीमारी से ग्रसित दिखने लगे है. राहगीरों को भी हो रही परेशानी सड़क से गुजरने वाले राहगीरों व मजदूरों को भी धूलकण वाले सड़क से दूर निकलने में सांस की समस्या से परेशान हो जा रहे है. बता दें यह सड़क वर्षो से जर्जर है. वर्तमान में पश्चिम कोसी नहर का छोटा चैनल की पुलिया का निर्माण कराया जा रहा है. इसमें मिट्टी का डायवर्सन बना दिया है. जहां वाहन के गुजरते ही व तेज हवा आने पर धूलकण से राहगीर भी परेशान हो रहे हैं. घरों में भी लोगों का स्वास्थ्य हो रहा प्रभावित आस पास के घरों में धूलकण के प्रवेश कर जाने से लोगों का स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है. इससे एलर्जी, सर्दी जुखाम, हृदय रोग की समस्या उत्पन्न होते जा रही है. घर में रखा खाने पीने की वस्तु भी खराब हो रही है. सबसे अधिक परेशानी ग्रामीण एवं सड़क किनारे दुकानदारों को हो रही है. सड़क पर उड़ रहे धूलकण पर पानी का छिड़काव कराये जाने से समस्या को कम किया जा सकेगा. कोसी कैनाल नहर की करायी जा रही उड़ाही जल संसाधन विभाग द्वारा कोसी पश्चिमी नहर के चैनल का निर्माण कराया जा रहा है. नहर बांध सूखा होने के कारण अवैध रूप से ट्रैक्टर से मिट्टी का खनन किया जा रहा है. जहां आस पास सैंकड़ों की संख्या में मजदूर काम कर रहे है. धूलकण से आम लोगों को भारी मुसीबते झेलनी पड़ रही है. चिकित्सा प्रभारी डॉ. निरंजन जायसवाल ने कहा कि अस्पताल में इस समय अधिकतर मरीज सिजनल महामारी से गर्सित आ रहे है. व्यक्ति धूल और डस्ट की वजह से दमा का रोगी बन सकता है. इससे लोगों को सांस लेने में परेशानी होती है. सांस के रोगियों की संख्या बढ़ती जा रही है. पश्चिमी कोसी प्रमंडल राजनगर के कार्यपालक अभियंता पवन कुमार ने कहा कि पुलिया निर्माण कराया जा रहा है. स्टीमेट में कच्ची मिट्टी से ही डायवर्सन बना है. स्टीमेट में पानी का छिड़काव करना नहीं है. कार्य अंतिम चरण में चल रहा है.

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