निजी मोबाइल कंपनी का टेरिफ मंहगा हुआ तो बीएसएनएल पर लोगों ने जताया भरोसा
निजी मोबाइल कंपनी का टेरिफ रेट क्या बढा, बीएसएनएल की तो बल्ले बल्ले हो गयी है.
मधुबनी. निजी मोबाइल कंपनी का टेरिफ रेट क्या बढा, बीएसएनएल की तो बल्ले बल्ले हो गयी है. उपभोक्ता न सिर्फ नये सिम धड़ल्ले से ले रहे हैं, बल्कि अपने पुराने निजी कंपनी के सिम को बीएसएनएल में पोर्ट भी कराने लगे हैं. बीएसएनएल से मिली जानकारी के अनुसार हाल के दिनों में ही एक प्रमुख निजी कंपनी के रीचार्ज प्लान में बढ़ोतरी होने के बाद बीएसएनएल की ओर लोगों का झुकाव अचानक बढ़ गया है. लोगों ने बीएसएनएल पर भरोसा जताया है. अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि साल 2023 में बीएसएनएल सिम की बिक्री करीब 700 प्रति माह था. वह जुलाई माह में 25 दिन में ही करीब तीन हजार तक पहुंच गया है. जबकि दो हजार निजी कंपनी के सिम भी बीएसएनएल में कन्वर्ट( पोर्ट) हो चुका है. प्रति दिन करीब 110 सिम की हो रही बिक्री
बीएसएनएल के जिला प्रबंधक सुमन कुमार झा ने बताया कि निजी सिम कंपनी का मोबाइल टैरिफ बीएसएनल से 45 प्रतिशत तक मंहगा होने के कारण पिछले 25 दिनों में जिला के दो हज़ार मोबाइल उपभोक्ता विभिन्न निजी कंपनियों के मोबाइल को बीएसएनल में पोर्ट करा चुके हैं. जबकि इतने ही दिनों में तीन हज़ार नए सिम की बिक्री हुई है. उपभोक्ता जिला में प्रतिदिन लगभग 110 सिम विभिन्न फ्रेंचाइजी से ले रहे हैं.टीडीएम श्री झा ने कहा कि वैसे उपभोक्ता जिन्हें बीएसएनएल का पुराना सिम है वे बीएसएनएल कार्यालय आकर या फ्रेंचाइजी के माध्यम से फ्री में अपने पुराने सिम को 4- जी नेटवर्क में अपग्रेड करा लें. ताकि फ़ास्ट नेटवर्क का लाभ मिल सकें.
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