मधुबनी. बिहार राज्य व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के निर्देश पर जिला न्यायिक कर्मचारी संघ के सदस्यों ने सरकार के जारी आदेशों के खिलाफ व्यवहार न्यायालय परिसर में जमकर विरोध प्रदर्शन किया. इस दौरान संघ के सदस्यों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर रोष व्यक्त करते हुए सरकार के आदेश की प्रति जलाकर अपना आक्रोश जाहिर किया. साथ ही सरकार से जल्द से जल्द अपनी मांगों को पूरा करने की अपील की. विरोध प्रदर्शन के बाद हुई सभा को संबोधित करते हुए जिला व्यवहार न्यायालय कर्मचारी संघ के सचिव राजीव कुमार झा ने कहा कि सरकार न्यायालय कर्मचारियों की लंबे समय से लंबित मांगों को अनदेखी कर रही है. कहा कि सरकार न्यायालय कर्मी की प्रोन्नति, वेतन पुनरीक्षण, अनुकंपा पर नियुक्ति समेत अन्य कई मांगो के प्रति उदासीन हैं. वहीं वक्ताओं ने कहा कि बिहार में यही एक विभाग है जहां स्नातक स्तरीय कर्मचारी को मैट्रिक स्तर का वेतनमान दिया जा रहा है. वक्ताओं ने कहा कि सरकार ने अभी तक किसी भी कर्मचारियों को प्रोन्नति नहीं दी है. न ही अनुकंपा पर बहाली हो रही है. इसलिए अपने हक के लिए न्यायालय कर्मचारियों ने आंदोलन करने का निर्णय लिया है. प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी भी दी कि यदि सरकार उनकी मांगों पर ध्यान नहीं देती है तो न्यायालय के सभी कर्मी 16 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर चले जाएंगे. विरोध प्रदर्शन करने वालों न्यायालय कर्मचारी संघ के अध्यक्ष सुनील कुमार राम, अरविंद कुमार, सुरेंद्र कुमार, प्रदीप कुमार, रवींद्र कुमार, आशुतोष कुमार शिवम, दुर्गानंद झा, अशोक झा, सौरभ कुमार, आशुतोष ठाकुर, दीपक चौधरी, मुकेश कुमार सिंह, मो. रफाकत अली, राजन कुमार झा, सोनम राज, रश्मि पटेल, अमृता कुमारी, शिल्पी कुमारी सहित दर्जनों न्यायालय कर्मचारी शामिल थे.
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