आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना के स्कैन एंड शेयर में सूबे में जिला पांचवें पायदान पर

आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना के तहत ओपीडी में स्कैन एंड शेयर के माध्यम से रजिस्ट्रेशन मामले में मई माह में जिला सूबे में पांचवें पायदान पर रहा.

By Prabhat Khabar News Desk | June 4, 2024 10:30 PM

मधुबनी. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजना के तहत ओपीडी में स्कैन एंड शेयर के माध्यम से रजिस्ट्रेशन मामले में मई माह में जिला सूबे में पांचवें पायदान पर रहा. मई माह में सदर अस्पताल सहित जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के ओपीडी में 80090 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया. इसमें 15908 मरीजों ने शेयर स्कैन के माध्यम से ओपीडी रजिस्ट्रेशन का टोकन प्राप्त किया. इस योजना से जहां मरीजों को पेपर लेस रजिस्ट्रेशन से मुक्ति मिलेगी. वहीं क्यूआर कोड स्कैन करते ही मरीजों का निबंधन हो जाएगा. इससे मरीजों को लंबी कतारों में खड़े रहने से मुक्ति मिलेगी. स्कैन एंड शेयर के माध्यम से मरीजों को ओपीडी काउंटर पर केवल अपना टोकन नंबर एवं बीमारी बताकर संबंधित चिकित्सक के यहां इलाज के लिए जा सकेंगे. विदित हो कि अस्पताल में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा क्यूआर कोड स्कैन एंड शेयर के माध्यम से ओपीडी में आनेवाले मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया जा रहा है. यह सुविधा सदर अस्पताल सहित सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर उपलब्ध कराया गया है. सिविल सर्जन डॉ. नरेश कुमार भीमसारिया ने कहा कि आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन योजन डिजिटल हेल्थ इंसेंटिव स्कीम के तहत मरीजों का निबंध किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत 100 से अधिक स्कैन एंड शेयर करने वाले स्वास्थ्य संस्थानों को प्रति स्कैन एंड शेयर पर 20 रुपये इंसेंटिव दिया जाएगा. इस राशि को अस्पताल के विकास कार्यों में व्यय किया जाएगा. 15908 से अधिक मरीजों ने कराया ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन जिला अनुश्रवन एवं मूल्यांकन पदाधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि मई माह में जिला अस्पताल सहित विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में 80090 मरीजों का ओपीडी में रजिस्ट्रेशन किया गया. इसमें 15908 मरीज ने ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराया. रजिस्ट्रेशन को बढ़ावा देने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रति मरीज पंजीयन पर 20 रुपये रोगी कल्याण समिति के खाते में दिया जाएगा. ऑनलाइन पर्चा बनाने से समय की होगी बचत पीरामल फाउंडेशन के जिला समन्वयक जयशंकर प्रसाद ने कहा कि अस्पताल में आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के तहत आभा एप के माध्यम से पर्चा बनना शुरू हो गया है. इसके तहत कई मरीजों द्वारा अभी तक क्यूआर कोड को स्कैन करके पर्चा बनाने शुरु कर दिए हैं. बता दें कि अस्पताल में रोजाना करीब 2 हजार से से लेकर 2. 5 हजार तक मरीज विशेषज्ञ चिकित्सक के पास अपना इलाज कराने कराने आते हैं. इसके लिए ओपीडी काउंटर पर पर्ची बनवाने के लिए महिलाओं व पुरुषों के लिए अलग- अलग काउंटर हैं. सुबह से लेकर दोपहर तक पर्चे बनाए जाते हैं, लेकिन लोगों को क्यूआर कोड स्कैन की जागरुकता के अभाव में पर्चा बनाने के लिए काफी देर तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है, लेकिन अब मरीज आभा एप के जरिए क्यूआर कोड स्कैन कर पर्चा बनाने में समय की बचत के साथ ही लाइन में ज्यादा देर खड़ा नहीं होना पड़ेगा.

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