शहर के बाजारों में सज गया है लाल पीले आम
बाजार में विभिन्न वेराइटी के आम बिकने शुरू हो गये हैं. लाल-पीले रंगों के आकर्षक आम से बाजार पटा हुआ है. लेकिन बाजार में बिक रहे अधिकांश आम कार्बाइड से पकाया हुआ है.
मधुबनी. बाजार में विभिन्न वेराइटी के आम बिकने शुरू हो गये हैं. लाल-पीले रंगों के आकर्षक आम से बाजार पटा हुआ है. लेकिन बाजार में बिक रहे अधिकांश आम कार्बाइड से पकाया हुआ है. कार्बाइड से पकाया हुआ आम अधिक दिनों तक नहीं टिकता है. कार्बाइड से पके आम शीघ्र सड़ने लगता है. आम का स्वाद भी कार्बाइड में पकने के कारण सही नहीं हो पाता है. बाजार में अभी से सभी तरह के आम की किस्में उपलब्ध है. यहां तक की मालदह आम भी बाजार में उतर चुका है. अभी बाजार में जर्दा, जर्दालू, बम्बई, कृष्णभोग, दशहरी सहित कई तरह के आम उपलब्ध हैं. बड़े बुजुर्गों का भी कहना है कि आम के कई वेराइटी के पकने का समय अलग-अलग होता है. लेकिन अब सभी वेराइटी के आम एक ही समय में बाजार में उपलब्ध हो जाता है.
ऊंची कीमत पर बिक रहा आम
बाजार में मिल रहे कार्बाइड से पके आम काफी नुकसानदेह है. वरिष्ठ डॉ. गिरीश पांडेय ने कहा है कि कार्बाइड से पके आम दिखने में तो पीला व सुंदर लगता है, लेकिन इससे एलर्जी होने, शरीर में खुजली व चकता होने की संभावना बनी रहती है. इसके अलावे पेट में दर्द ,पेट खराब, उल्टी होना कॉमन सिमटम है. कार्बाइड वाले आम का अधिक सेवन करने से किडनी प्रभावित होने का खतरा बना रहता है. जितना संभव हो कार्बाइड से पके फल से परहेज करना चाहिए.
वर्तमान में आम बाजार में पिछले वर्ष की तुलना में ऊंची कीमत पर ग्राहकों को मिल रहा है. बम्बई आम कहीं-कहीं 50 रुपये किलोग्राम बिक रहा है. वहीं अन्य वेरायटी के आम भी इसी कीमत पर बिक रहा है. समय से बारिश नहीं होने के कारण वर्ष आम का साइज छोटा व मीठापन भी कम है.
बिक रहे कार्बाइड से पके आम
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