Madhubani News. निबंधित मछुआरों को मिलेगा सरकारी योजनाओं का लाभ
अब मत्स्य पालन और व्यवसाय से जुड़े लोगों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा. तभी उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा. पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक उप योजना के रूप में पीएम मत्स्य किसान समृद्धि सह योजना की शुरुआत की गई है.
Madhubani News. मधुबनी. अब मत्स्य पालन और व्यवसाय से जुड़े लोगों को रजिस्ट्रेशन कराना होगा. तभी उन्हें सरकारी योजनाओं का लाभ मिलेगा. पीएम मत्स्य संपदा योजना की एक उप योजना के रूप में पीएम मत्स्य किसान समृद्धि सह योजना की शुरुआत की गई है. यह जिले भर में क्रियान्वयन होगा. विभाग के इस पहल से मत्स्य पालकों की आर्थिक स्थिति में सुधार आयेगी. विदित हो कि मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए सरकार कई योजना संचालित कर रखी है. इस योजना के तहत इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास किया जाना है. पीएम मत्स्य किसान समृद्धि सह योजना के तहत मत्स्य पालन और रोजगार से जुड़े लोगों का आकलन कर रोजगार सृजन की नीति तैयार कर योजना का लाभ दिया जाएगा. पोर्टल पर कराना होता निबंधन पीएम मत्स्य किसान समृद्धि सह योजना की शुरुआत होने से मत्स्य पालन के क्षेत्र में उत्पादन और प्रसंस्करण के लिए क्लस्टर की स्थापना की जानी है. इसके लिए केंद्र सरकार ने एक पोर्टल एनएफ डीपीओ (नेशनल फिशरीज डिजिटल प्लेटफॉर्म) तैयार किया है. इस पर मत्स्य पालक किसान अपना निबंधन करा सकेंगे. इस योजना का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय स्तर पर मत्स्य पालन के क्षेत्र में कार्य कर रहे मछुआरों, मत्स्य कृषक, मत्स्य विक्रेताओं, मत्स्य प्रसंस्करण कर्ता को राष्ट्रीय मत्स्य डिजिटल प्लेटफॉर्म पर पंजीकरण कराना है. इससे उनकी पहचान हो सकेगी. इसके लिए लोगों को आधार कार्ड, मोबाइल नंबर, बैंक खाता जमा करना है. मत्स्य पालक अपने नजदीकी ग्राहक सेवा केंद्र पर भी निबंधन करा सकेंगे. जिले में मत्स्य व्यवसाय से जुड़े हैं पचास हजार लोग जिले में मत्स्य पालन और रोजगार से करीब पचास हजार लोग जुड़े हैं. अब मत्स्य विभाग की संचालित योजनाओं का लाभ सिर्फ उन्हीं लोगों को मिलेगा जो नेशनल फिशरीज डिजिटल प्लेटफॉर्म पर रजिस्टर्ड होगा. रोजगार सृजन करना है मुख्य उद्देश्य इस योजना का मुख्य उद्देश्य मछली पालन से जुड़े लोगों के लिए रोजगार सृजन करना है. साथ ही आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है. एक फसल चक्र के लिए प्रोत्साहन राशि देने, बाजार उपलब्ध कराना इस योजना का मुख्य उद्देश्य है. लेकिन अब इसका लाभ सिर्फ रजिस्टर्ड लोगों को ही मिलेगा. इस व्यवसाय से जुड़े लोगों जैसे मछली पालन करने वाले, मछली बेचने वाले, जाल बुनने वाले, निजी तालाब में मछली पालन करने वाले एवं अन्य समूह के लोग भी अपना निबंधन करा सकेंगे. क्या कहते हैं अधिकारी जिला मत्स्य पदाधिकारी अंजनी कुमार ने कहा कि पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराने का मुख्य उद्देश्य मछली पालन से जुड़े लोगों को रोजगार सृजन करना है. इसलिए शीध्र मछली पालन व व्यवसाय से जुड़े लोग पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करा लें.
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