टाटा मेमोरियल मुंबई की इकाई कर रही है स्क्रीनिंग
टाटा मेमोरियल की डीटीओ ने कहा कि जिले में टाटा मेमोरियल मुंबई की इकाई कैंसर रोगियों की स्क्रीनिंग कर रही है. जिसकी मुख्य इकाई मुजफ्फरपुर में है. होमी भाभा कैंसर अस्पताल व अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर टाटा स्मारक केंद्र मुंबई की इकाई है. होमी भाभा कैंसर अस्पताल एवं अनुसंधान केंद्र मुजफ्फरपुर में सर्जिकल ओंको, गायनिक ओंको, मेडिकल ओंको, ब्रेस्ट ओंको और हेड एन नेक ओंको की सुविधाएं हैं. होमी भाभा कैंसर अस्पताल की चिकित्सक डा. अनुप्रिया ने कहा कि उत्तर बिहार के लोगों को कैंसर के इलाज के लिए पहले दुसरे शहरों में इलाज के लिए जाना पड़ता था. इसमें कई लोग जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं है, वैसे मरीजों के लिए टाटा स्मारक केंद्र ने मुजफ्फरपुर में अपनी इकाई खोली है. ताकि सब्सिडी रेट में मरीजों का इलाज सम्भव हो सके. इसके लिए अस्पताल आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सरकारी योजना का लाभ प्रदान कराने में मदद करती है.
शरीर का कोई भी भाग हो सकता है कैंसर का शिकार
डॉ अनुप्रिया ने कहा कि शरीर का कोई भी भाग कैंसर का शिकार हो सकता है. सामान्यतः लोग मुंह कैंसर, सर्वाइकल कैंसर एवं महिलाएं स्तन कैंसर का शिकार होती है. शरीर के किसी भी अंग में सूजन होना, गांठ या कड़ापन पाया जाना, तिल एवं मस्से के आकार या रंग में परिवर्तन, शरीर के किसी घाव का नहीं भरना, लगातार बुखार और वजन में कमी होना, पेशाब में कठिनाई होना या इस दौरान रक्त निकलना, 3 सप्ताह से अधिक खांसी होना या आवाज में परिवर्तन आना, मुंह में अधिक समय तक छाला या पैच का होना जो ठीक नहीं हो रहा हो, 4-6 सप्ताह या उससे ज्यादा समय तक पतला दस्त का होना, महिलाओं में स्तन के आकार में परिवर्तन या रक्त का रिसाव, रजो निवृत्ति के बाद भी रक्तस्राव का होना कैंसर के सामान्य लक्षण हैं. किसी व्यक्ति को शरीर में ऐसे लक्षण दिखाई दे तो उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में जांच करानी चाहिए. समय पर कैंसर की पहचान होने से इसका इलाज आसानी से संभव है. मौके पर डीटीओ डॉ. अनुप्रिया, सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी, नर्सिंग स्टॉफ मीना कुमारी, पेसेंट नेविगेटर चंदा कुमारी, डेटा ऑपरेटर प्रभाकर कुमार और एमटीएस दिलीप कुमार सिंह सहित कई स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है