बेनीपट्टी. संभावित बाढ़ के मद्देनजर एसडीएम मनीषा ने प्रखंड के बनकट्टा, सोइली घाट, करहारा, पाली, मेघवन, रजवन व जगवन सहित विभिन्न स्थानों पर पहुंच महाराजी बांध व धौंस नदी के तटबंधों का निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल झंझारपुर (एक) के अंतर्गत आने वाली महाराजी बांध की दूरी व वर्तमान स्थिति के अलावे बांध के समीप के गांव, टोले और आबादी के संबंध में कई जानकारी प्राप्त की. निरीक्षण के क्रम में एसडीएम ने संबंधित विभाग के सहायक अभियंता और कनीय अभियंता को कई आवश्यक दिशा निर्देश भी दिये. एसडीएम ने बांध की स्थिति, रेन कट की मरम्मत, कटाव स्थल, क्षतिग्रस्त स्थल, नदी से बांध की दूरी, नदी से पानी के प्रवाह की दिशा, बांध से ग्रामीण आबादी की दूरी व प्रभावित होने वाली आबादी की भौगोलिक स्थिति सहित अन्य बिंदुओं पर जायजा लिया. उन्होंने नदियों के तटबंधों के पास से अवैध खनन को लेकर भूमाफियाओं पर कड़ी कार्रवाई करने की बात कही. अंचल अधिकारी को निगरानी करने का निर्देश दी. साथ ही बाढ़ प्रमंडल अधिकारियों को भी बांध मरम्मति अविलंब शुरू कराने का निर्देश दी. एसडीएम ने बताया कि मानसून आगमन होते ही बारिश तेज होना स्वाभाविक है और ऐसे में बाढ़ के आसार काफी बढ़ जाते हैं. प्रखंड क्षेत्र का पश्चिम इलाका बाढ़ की गंभीर चुनौतियों से जूझता रहता है. ऐसे में बाढ़ पूर्व सभी तरह की तैयारियों को लेकर प्रशासन गंभीर है. जहां भी बांध में गड्ढे, रेनकट बन गए हैं, उसे दुरुस्त करने के निर्देश विभागीय पदाधिकारियों को दिया. उन्होंने कहा कि बाढ़ के दौरान गांवों-टोलो एवं ग्रामीण आबादी के बचाव में बांध की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है. एसडीएम ने कहा कि नदियों के जलस्तर पर भी नजर रखी जायेगी. निरीक्षण के दौरान बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल झंझारपुर एक के कार्यपालक अभियंता संजय कुमार, सहायक अभियंता विपिन कुमार, आशीष सिंह, राजीव प्रभाकर, कनीय अभियंता सुधीर कुमार व अंचल निरीक्षक ध्रुव कुमार मंडल सहित अन्य लोग मौजूद थे.
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