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लगन आते ही दूध की बढ़ी किल्लत

लगन के दिन आते ही दूध की मांग बाजार में बढ़ गयी है.

मधुबनी . लगन के दिन आते ही दूध की मांग बाजार में बढ़ गयी है. गांव-गांव में शादी, जनेऊ, एकादशी यज्ञ ,मुंडन का लगन रहने से अचानक दूध दही की मांग में काफी बढ़ोतरी हो गयी है. आलम ये है कि दूध के आर्डर देने वाले उपभोक्ता जब दूध लेने संबंधित दूध काउंटर पर जाते हैं तो उन्हें दूध समय पर उपलब्ध नहीं हो पाता है. उन्हें सुधा के काउंटर से जवाब मिलता है कि दूध की गाड़ी नहीं आयी है. उपभोक्ताओं को घंटों दूध के इंतज़ार में खड़ा रहना पड़ता है. शहर में एक सुधा दूध काउंटर पर दूध के इंतज़ार में खड़े शम्भू झा ने कहा कि बेटे के जनेऊ में 300 लीटर दूध का आर्डर एक माह पहले दिया था. दूध लेने आये हैं तो दूध उपलब्ध नहीं है. दूध रिटेलर का कहना है कि गाड़ी नहीं आयी है. दूध के गाड़ी आने के इंतज़ार में चार घंटे से खड़ा हूं पर दूध कब तक आएगा उसका कोई अता पता नहीं है. वहीं एक दूसरे दूध के काउंटर पर अमित मिश्रा ने बताया कि घर में शादी है. दूध का आर्डर 25 दिन पूर्व दिया था. दूध लेने आने पर दूध उपलब्ध नहीं है. ऐसे ही दर्जनों ग्राहक दूध के लिए इस काउंटर से दूसरे काउंटर पर भटकते देखे गए. जिनके घरों में शादी, जनेऊ या अन्य मांगलिक कार्य हैं उन्हें समय पर दूध-दही मिलने से भारी फजीहत हो रही है. कई दूध रिटेलर ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि सुबह का डिमांड का दूध रात 10 बजे पंहुचने पर कस्टमर द्वारा नहीं लिए जाने के कारण दूध के बर्बाद होने का भी डर बना रहता है. दैनिक उपभोक्ताओं को भी दूध नहीं मिलने से परेशानी हो रही है. सुधा दूध के किल्लत के संबंध में सुधा के प्रबंधक विभव प्रकाश सिंह ने बताया कि दूध की किल्लत नहीं है. दूध काउन्टर पर पंहुचने में लेट हो रहा है. इसका कारण बताते उन्होंने कहा कि लगन में दूध की मांग अत्यधिक बढ़ गयी है. सामान्य दिनों में 90 हज़ार से एक लाख लीटर दूध की सप्लाई प्रतिदिन होती है. पर लगन में 2.5 लाख लीटर से 3.25 लाख लीटर तक का डिमांड रहता है. इसलिए दूध रिटेल काउंटर पर पंहुचने में देरी हो रही है.

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