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भर्ती वार्ड में सुबह-शाम रूम फ्रेशनर का किया जाएगा छिड़काव

सिविल सर्जन डा. नरेश कुमार भीमसारिया ने अस्पताल प्रबंधक को सभी भर्ती वार्डों में सुबह शाम रूम फ्रेशनर का छिड़काव करने का निर्देश दिया. ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा के साथ खुशनुमा वातावरण भी उपलब्ध हो सके.

By Prabhat Khabar News Desk | May 10, 2024 10:11 PM

मधुबनी. सदर अस्पताल में मरीजों को सातों दिन चौबीस घंटे बेहतर चिकित्सकीय सेवा सहित मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य प्रशासन अलर्ट है. इसी क्रम में सिविल सर्जन डा. नरेश कुमार भीमसारिया ने अस्पताल प्रबंधक को सभी भर्ती वार्डों में सुबह शाम रूम फ्रेशनर का छिड़काव करने का निर्देश दिया. ताकि मरीजों को बेहतर चिकित्सकीय सुविधा के साथ खुशनुमा वातावरण भी उपलब्ध हो सके. सीएस ने चिकित्सक सहित स्टाफ नर्स को भर्ती मरीजों की बीमारी की जांच के बाद समुचित इलाज करने का निर्देश दिया है. सीएस ने भर्ती मरीजों को बीमारी के अनुरूप दवा दी जा रही है या नहीं इसकी भी जानकारी ली. सीएस ने गंभीर बीमारी से ग्रस्त मरीज जिनका इलाज सदर अस्पताल में संभव नहीं हो उसे उचित कारण दर्शाते हुए रेफर करने का निर्देश दिया. सीएस ने कहा कि लक्षण के अनुरूप बीमारी की सही पहचान कर इलाज करें. उन्होंने कहा कि किसी मरीज के मुंह से खून आना, टीबी का लक्षण है या कुछ अन्य कारणों से हुआ है इसकी गहनता से जांच करें. सीएस ने प्रसव कक्ष, फीमेल वार्ड एवं इमरजेंसी वार्ड में भर्ती मरीजों से अस्पताल द्वारा दी जा रही सुविधाओं की जानकारी ली. मरीजों ने बताया कि इलाज अच्छी तरह की जा रही है. अस्पताल से दवा भी उपलब्ध कराया जा रहा है. सुविधाओं को किया गया है सुदृढ़ सिविल सर्जन ने कहा कि अस्पताल के लेबर रूम, इमरजेंसी, ओपीडी, एनआरसी, एसएनसीयू में मूलभूत सुविधाएं सहित मरीजों को मिलने वाली बेहतर चिकित्सा सुविधा को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा काम किया गया है. इसमें अस्पताल आने वाले मरीजों को पैथोलॉजिकल जांच, दवा, डिजिटल एक्स-रे, हर्बल पार्क की स्थापना, साफ सफाई, पीने की पानी की व्यवस्था, लाइटिंग व्यवस्था, सभी वार्डों में रात्रि कालीन सेवा में भी स्टाफ नर्स एवं चिकित्सकों को का रोस्टर बनाकर मरीजों को 24 घंटे सुविधा उपलब्ध कराने एवं प्रत्येक वार्डों में रात्रि कालीन सेवा के तहत एमबीबीएस चिकित्सकों की तैनाती की गई है. इमरजेंसी के आगे क्यारियों में बागवानी भी की गई है. इसके अलावे अन्य पहलुओं पर भी कार्य किया जा रहा है. साथ ही अस्पताल का गैप एसेसमेंट कर इसका त्वरित निराकरण किया जा रहा है. सिविल सर्जन ने कहा कि अस्पताल में कई सुविधाओं का विस्तार किया गया है. जिसके तहत सदर अस्पताल में 80 नये थ्री – सीटर स्टील चेयर लगाया गया है. इसमें 40 मरीज वेटिंग एरिया में, 20 ओपीडी एरिया में तथा 20 प्रसव कक्ष के बाहर लगाया गया है. इसके साथ ही सदर अस्पताल में हर्वल गार्डन एवं “मे आई हेल्प यू ” काउंटर की स्थापना की गई है. दीदी की रसोई के बगल में पीने की पानी के लिए 80 लीटर कमर्शियल ड्रिंकिंग वॉटर लगाया गया है. अस्पताल में सातों दिन 24 घंटे की तर्ज पर आपातकालीन सेवा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से संबंधित सभी सेवाएं, सर्जरी व आर्थोपेडिक विभाग के प्रमुख सर्जरी शुरू किया गया है. ओपीडी को सुचारू रूप से कार्य करना सुनिश्चित किया गया है. इसके अलावा डायलिसिस, रेफरल एवं एंबुलेंस, डायग्नोस्टिक जैसे एक्स-रे, सीटी स्कैन, आरटीपीसीआर समेत अन्य जांच की सुविधाएं और काउंसिलिंग तथा नियत समय पर दवाइयों की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. सपोर्ट सर्विस को बेहतर करने पर होगा जोर सिविल सर्जन ने कहा कि सदर अस्पताल में चिकित्सा सेवा को बेहतर करने के साथ सपोर्ट सर्विस को भी बेहतर करने पर जोर दिया जा रहा है. इसमें सुरक्षा दृष्टिकोण से अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरा व राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों के मुताबिक मरीजों व उनके स्वजनों की सुविधा के लिए वेटिंग रूम, लांड्री की व्यवस्था, पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था के अलावे अन्य रख-रखाव को सुदृ़ढ़ किया गया है. साथ ही प्रसव कक्ष, एनएनसीयू, ओपीडी, इमरजेंसी रूम एवं एम्बुलेंस में फोन कनेक्टिविटी को सुनिश्चित किया गया है.

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